पहले सड़कों पर भिक्षावृत्ति करने वाली करीना रेखा संध्या और मीनाक्षी जैसी लड़कियां कोरोना काल में अहम भूमिका निभा रही हैैं. वे पहले भिक्षावृत्ति का कार्य करती थीं. अब वे अपने आसपास के लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने और कोविड वैक्सीनेशन कराने के लिए लोगों को जागरुक कर रही हैैं.

आगरा। एसीएमओ डॉ.आर सी माथुर ने बताया कि जब हम झुग्गी-झोंपडिय़ों में वैक्सीनेशन करने के लिए पहुंचे तो वहां पर कुछ बच्चियों ने हमारा काफी साथ दिया। उन्होंने हमारी बात को समझा और अपने परिवार और पड़ोसियों को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए जागरुक किया। वे अब भी अपने आसपास रहने वाले लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल के प्रति जागरुक कर रही हैैं। वे उन्हें साफ-सफाई रखना भी सिखा रही हैैं।

बनना चाहती हैैं फैशन डिजाइनर
आठवीं पास कर चुकी करीना बताती हैैं कि जब हमें पता चला कि कोविड वैक्सीन लगना कितना जरूरी है तो हमने अपने आसपास लोगों को जागरुक करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि वह पढ़ लिखकर शिक्षक या फैशन डिजाइनर बनना चाहती है।
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वैक्सीन की अहमियत समझ आई तो किया जागरुक
प्रीति ने बताया कि वे ताजमहल के पीछे मारवाड़ी बस्ती में रहती हैं। उन्होंने कहा कि शुरुआत में उनके क्षेत्र में लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे थे। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम के आने के बाद लोगों को समझाया गया। इसमें मैंने भी स्वास्थ्य विभाग की टीम का साथ दिया और लोग वैक्सीन लगवाने के लिए राजी हो गए। अब मैैं उन्हें कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए भी जागरुक कर रही हूं।

साफ-सफाई के सीख रहीं गुण
मारवाड़ी बस्ती निवासी संध्या ने बताया कि जब स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके क्षेत्र में आई तो उन्होंने अपने परिवार को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया और उन्होंने वैक्सीन लगवा ली। अब वे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लीला से साफ सफाई के तौर तरीके सीख रही हैैं।

Posted By: Inextlive