मुख्य रोड पर आवागमन सुगम बनाने के लिए लगाई थी रोक सड़कों पर बेखौफ दौड़ रहे वाहन लगा रहे सड़कों पर जाम.

आगरा (ब्यूरो)। महात्मा गांधी मार्ग को शहर की लाइफ लाइन कहा जाता है। शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सवारी ऑटो, लोडिंग ऑटो और ई-रिक्शा मयूरी वाहन पर प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन वर्तमान में ये वाहन बिना किसी रोक-टोक के एमजी रोड की सड़कों पर दौड़ते देखे जा सकते हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने भगवान टॉकीज से लेकर हरीपर्वत तक प्रतिबंधित वाहनों का रियलिटी चेक कि या गया, जिसमें शहर के मुख्य चौराहा हरीपर्वत पर थाने के सामने से ये वाहन सवारी भरते नजर आए।

ट्रैफिक पुलिस नहीं करती रोक-टोक
एमजी रोड को जाम से पूरी तरह मुक्त करने के लिए सवारी ऑटो, ई-रिक्शा, लोडिंग ऑटो को पूरी तरह से रोक नहीं जा सका है, लेकिन वर्तमान में एमजी रोड पर हरीपर्वत से प्रतापपुरा तक ये वाहन फर्राटे भर रहे हैं। वहीं ट्रैफिक पुलिस के सिपाही हरीपर्वत चौराहे पर मूकदर्शक बने नजर आए। जबकि सूरसदन और भगवान टॉकीज पर ट्रैफिक पुलिस मुस्तैद नजर आई। इस दौरान कई वाहनों के चालन भी किए गए।

एमजी रोड पर जाम के हालात
कोविड-19 के बाद स्थिति सामान्य होने पर पहले की तरह स्कूल और कॉलेजों को खोलने की अनुमति दी गई है, जिससे एमजी रोड से गुजरने वाले लोग एक बार फिर से जाम के झाम में फंसने लगे है। ऐसे में प्रतिबंधित वाहनों के चलने से एमजी रोड पर जाम के हालात बन रहे हैं। इधर बेतरतीब चल रहे ऑटो और टैक्सी व अन्य वाहनों के चलते एमजी रोड पर अक्सर जाम के हालात बन जाते हैं। शहर के मुख्य चौराहा हरीपर्वत, सूरसदन, घटिया, दिल्ली गेट पर वाहनों को जाम में फंसा देखा जा सकता हैं।

तत्कालीन डीएम ने लगाई थी रोक
तत्कालीन जिलाधिकारी जुहैर बिन सगीर द्वारा शहर में लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए इन वाहनों को एमजी रोड पर बैन किया गया था, जिसके चलते जिला मुख्यालय पर चालकों द्वारा कई दिन तक विरोध प्रदर्शन भी किया गया। लेकिन, इसके बाद भी ऑटो और मयूरी वाहन, लोडिंग वाहनों को पूरी तरह बैन कर दिया गया। वहीं चालकों की मांग पर उनको राहत देते हुए लिंक रोड पर संचालन की अनुमति दी गई, जिससे एमजी रोड को जाम से पूरी तरह मुक्त रखा जा सके। प्रतिबंधित वाहनों के संचालन पर पुलिस की लचर कार्यशैली सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस को सुविधा शुल्क देने के बाद ही वाहनों का संचालन हो रहा है।


लॉकडाउन में मिली थी अनुमति
शहर में लॉकडाउन के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था, जिसके चलते अनुमति मिलने के बाद प्रतिबंधित वाहनों को भी एमजी रोड पर आने जाने की परमीशन दी गई थी। लेकिन, वर्तमान में पूरी तरह से लोगों को राहत दी गई है, जिससे अभी भी ये वाहन एमजी रोड पर चल रहे हैं। अब इससे जाम के हालात पैदा हो रहे हैं। कई बार एंबुलेंस भी जाम में फंसी नजर आती है। पुलिस प्रशासन द्वारा सख्ती से प्रतिबंधित वाहनों को बैन नहीं किया गया तो से किसी की जान भी जा सकती है.एमजी रोड पर प्रतिबंधित वाहनों को रोकने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस की है। यह ट्रैफिक पुलिस द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा कि कौन से वाहन दौडऩे चाहिए, कौन से नहीं।


शहर मेें वाहनों की स्थिति
-शहर में ऑटो लगभग 15000
-ई-रिक्शा वाहन 460


'प्रतिबंधित वाहनों पर कार्रवाई की जाती है। इमरजेंसी के चलते उन्हें अनुमति दी जाती है, नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों पर भी कार्रवाई की जाती है। जो प्रतिबंधित वाहन है। उनका चालान भी काटे जाते हैं'।
आनंद ओझा, ट्रैफिक इंस्पेक्टर

Posted By: Inextlive