इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काई

-विश्वभर में आज मनाया जा रहा इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काई

-दून की हवाओं में लगातार बढ़ रही पीएम-2.5 और पीएम-10 की मात्रा

देहरादून

लगातार बढ़ते पॉल्यूशन के कारण अब नीला आसमान देखना दूभर होता जा रहा है। सुदूर पहाड़ी इलाकों को छोड़ दें तो बाकी जगहों पर पूरे वर्ष में कुछ दिन ही ऐसे होते हैं, जब आसमान नीला दिखाई देता है। बढ़ते पॉल्यूशन के कारण वर्ष में ज्यादातर दिन आसमान हमें भूरे रंग का ही दिखाई देता है। शहरी क्षेत्रों में में तो ऐसे दिनों की संख्या और भी कम हो जाती है।

क्यों मनाते हैं यह दिन

इस वर्ष विश्वभर में दूसरी बार 7 सितंबर को इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काई मनाया जा रहा है। दरअसल नीले आसमान को देखने के दिनों की संख्या लगातार कम होने के बाद विश्वभर के पर्यावरण विज्ञानियों के ध्यान इस पर गया। यह मामला संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र के एजेंडे में शामिल किया गया। 19 दिसंबर 2019 को महासभा ने नीले आकाश के लिए स्वच्छ वायु दिवस अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का प्रस्ताव स्वीकार किया। पहली बार 7 सितंबर 2020 में यह दिन मनाया गया। इस वर्ष दूसरी बार यह दिन मनाया जा रहा हैं। इस वर्ष नीले आकाश के लिए स्वच्छ वायु अंतर्राष्ट्रीय दिवस का उद्देश्य वाक्य क्लीन एयर, क्लीन प्लेनेट है।

दून में नीला आसमान दूभर

पर्वतीय राज्य उत्तराखंड की राजधानी अपनी स्वच्छ हवा के लिए जानी जाती थी। देश के कोने-कोने से लोग यहां की हवा में स्वास्थ्य लाभ के लिए आते थे। जाहिर है तक दून से साल में ज्यादातर दिन नीला आसमान देखा जा सकता था। लेकिन, आज दून की स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है। लगातार बढ़ते प्रदूषण से हवा में धूल और धुएं की मात्रा लगातार बढ़ रही है।

दून में खतरनाक स्तर की ओर

उत्तराखंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के देहरादून के क्लॉक टावर में एयर पॉल्यूशन के आंकड़ों पर नजर डालें तो स्थिति चिंताजनक प्रतीत होती है। सिटी में पॉल्यूशन का एवरेज खतरे के स्तर से ऊपर पहुंचे गया है और यह साल दर साल बढ़ता जा रहा है। वर्ष 2020 में दून में पीएम-10 का एवरेज 136.91 क्यूबिक प्रति मीटर था, जबकि इस वर्ष जुलाई तक यह एवरेज 171.13 क्यूबिक प्रति मीटर दर्ज किया गया है। इसी तरह पीएम-2.5 को 2020 का एवरेज लेवल 83.71 परसेंट था, जबकि इस वर्ष जुलाई तक का एवरेज लेवल 90.72 क्यूबिक प्रति मीटर दर्ज किया गया है।

पीएम-10 की स्थिति

लोकेशन 2020 2021

क्लॉक टावर 136.91 171.13

रायपुर रोड 80.31 140.28

आईएसबीटी 143.85 161.93

(आंकड़े क्यूबिक प्रति मीटर में)

-2021 का जुलाई तक का एवरेज

-मेजरमेंट लोकेशन क्लॉक टावर

पीएम-2.5 की स्थिति

लोकेशन 2020 2021

क्लॉक टावर 83.21 90.72

रायपुर रोड 67.90 80.12

आईएसबीटी 84.27 89.89

-आंकड़े क्यूबिक प्रति मीटर में

- 2021 का जुलाई तक का एवरेज

- मेजरमेंट लोकेशन क्लॉक टावर

पीएम-10 पैरामीटर

0-50 अच्छा

51-100 संतोषजनक

101-200 पॉल्यूटेड

2001-300 खराब

301-400 बहुत खराब

पीएम-10 पैरामीटर

0-30 अच्छा

31-60 संतोषजनक

61-90 पॉल्यूटेड

91-120 खराब

121-250 बहुत खराब

तीन जगह मेजरमेंट

राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन दून में पॉल्यूशन को लेकर कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लगातार बढ़ते पॉल्यूशन के बावजूद दून सिटी में अब भी सिर्फ तीन जगहों, क्लॉक टावर, रायपुर रोड और आईएसबीटी पर ही पॉल्यूशन मेजरमेंट किया जा रहा है। इसके अलावा जिले में ऋषिकेश नगर पालिका में मेजरमेंट किया जाता है।

दून की हवा को साफ करने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्ल्यू स्काय मनाया जा रहा है। इसके लिए कुछ जगहों में अवेयर प्रोग्राम आयोजित किये जा रहे हैं।

अमित पोखरियाल, रीजनल ऑफिसर

उत्तराखंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड

Posted By: Inextlive