आगरा। बर्न से पीडि़त लोगों को अब शहर में सस्ता और सुगम इलाज मिल सकेगा। एसएन मेडिकल कॉलेज में बर्न यूनिट बने जाने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। बर्न यूनिट बनने से आग से जले पीडि़तों को इलाज संभव हो सकेगा। अभी तक आग से जले गंभीर मरीजों को बाहर के लिए रेफर कर दिया जाता है। गरीब तबके से आए लोगों को तो और परेशानियों का सामना करना पड़ता था। प्राइवेट में इलाज महंगा होने के कारण मरीज भटकते रहते है। एसएन प्रबंधन ने बताया कि प्रस्ताव के पारित होते ही भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। कई आधुनिक सुविधाएं बर्न यूनिट में जोड़ी जाएंगी।

नौ करोड़ की लागत से बनेगी यूनिट

एसएन में तैयार होने वाली बर्न यूनिट तकरीबन नौ करोड़ की लागत से बनेगी। यूनिट पूरी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। यूनिट में आईसीयू में छह बेड होंगे वहीं जनरल वार्ड में 20 बेड की सुविधा दी जाएगी। प्रस्ताव पास होने के बाद बिल्डिंग को तैयार होने में दो साल से ज्यादा का समय लगेगा।

बाहर रेफर होते है मरीज

एसएन मेडिकल कॉलेज की न्यू सर्जरी बिल्डिंग में आठ बेडो का बर्न वार्ड बना हुआ है। जिसमें मरीजों को भर्ती किया जाता है। अभी तक स्टॉफ के साथ ही सुविधाओं की कमी होने के कारण आग से पीडि़त मरीजों को बाहर के लिए रेफर कर दिया जाता है। कुछ माह पहले मथुरा के पास स्थित गांव में सिलेंडर फट जाने के कारण आग में झुलसे दंपत्ति को एसएन मेडिकल कॉलेज लाया गया था। दो दिन दंपत्ति का इलाज हुआ। आगे का इलाज संभव न होने के कारण बर्न पीडि़तों को बाहर के लिए रेफर कर दिया गया था।

रखा जाएगा ट्रेंड स्टॉफ

नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड मैनजमेंट ऑफ बर्न इंजरीज और लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष के संयुक्त सहयोग से एसएन मेडिकल कॉलेज में बर्न यूनिट का निर्माण किया जाएगा। साथ ही तैयार बर्न यूनिट में नया एवं ट्रेंड स्टॉफ रखा जाएगा। आईसीयू रूम के साथ ही एक मेजर ऑपरेशन थियेटर बनेगा। जनरल उपकरण के अलावा फिजियोथैरेपी यूनिट और बायोकेमेस्ट्री लैब का निर्माण किया जाएगा। हर विभाग के लिए विशेषज्ञ एवं सक्षम डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी।

Posted By: Inextlive