-सुसाइड नोट में राजकोट के दो व्यापारियों को जिम्मेदार ठहराया,पुलिस ने जलती चिता से उठाया शव

-लिखा,मेरे मरने के बाद यह रकम मेरी पत्नी को दिला देना

एक साल पहले गुजरात में काम हो गया था बंद,फिर शहर में शुरू किया था काम

आगरा। कोरोना की वजह से गुजरात में काम बंद होने और बाजार में 50 लाख रुपये से ज्यादा की रकम डूबने पर दवा व्यापारी ने खुदकुशी कर ली। बल्केश्वर घाट पर मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस ने जलती चिता से व्यापारी का शव बरामद किया। इंटरनेट मीडिया में वायरल हुए सुसाइड नोट में व्यापारी ने लोगों पर अपनी बकाया रकम का ब्योरा दिया है।

लॉकडाउन में काम बंद होने वापस लौटे

कमला नगर के ब्रज विहार निवासी रविकांत पत्नी चंचल और बेटे-बेटी के साथ राजकोट(गुजरात) में रहते थे। वहां दवाओं की ट्रे¨डग का काम करते थे। लॉकडाउन में काम बंद होने पर वह परिवार समेत एक साल पहले लौट आए। यहां कमला नगर के ए-ब्लाक स्थित फूल वाटिका में किराए पर रह रहे थे। वह फव्वारा बाजार से थोक में दवा खरीदकर मेडिकल स्टोर और क्लीनिक पर देते थे। कुछ महीने से वह तनाव में थे। सोमवार की दोपहर वह घर से निकले थे। शाम सात बजे तक नहीं लौटे तो पत्नी चंचल ने फोन किया। काल किसी राहगीर ने रिसीव की, उसने बताया जिसका फोन है, वह पार्वती घाट पर बेहोशी की हालत में पड़ा है। उसके मुंह से झाग निकल रहे हेैं। इस पर पत्नी और परिजन मौके पर पहुंचे। व्यापारी को कमला नगर के अस्पताल में लेकर गए। वहां से एसएन इमरजेंसी रेफर कर दिया गया, यहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजन मंगलवार सुबह शव का अंतिम संस्कार करने आए थे।

नहीं मिली तहरीर

इंस्पेक्टर कमला नगर नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि सुबह करीब सात बजे दवा व्यापारी रविकांत गुप्ता की संदिग्ध हालात में मौत होने की सूचना मिली। परिजन उनका अंतिम संस्कार कर रहे हैं। इस पर व्यापारी का शव जलती चिता पर पानी डाल बरामद कर लिया। परिजन ने फिलहाल किसी के खिलाफ तहरीर नहीं दी है।

लिखा रकम का ब्यौरा

सुसाइड नोट में लिखा किस पर बाकी कितनी रकम

दवा व्यापारी ने सुसाइड नोट में किस पर कितनी रकम बकाया है, इस बारे में विस्तृत लिखा है। राजकोट के एक व्यापारी पर 35 लाख जबकि दूसरे पर 14 लाख रुपये बकाया बताए हैं। अन्य बकाएदारों में आगरा, राजकोट, पोरबंदर आदि शहरों के व्यापारी हैं। जिन दो व्यापारियों पर मोटी रकम बकाया बताई है, लिखा है कि उनके कारण ही मर रहा हूं। मेरे मरने के बाद यह रकम मेरी पत्नी को दिला देना।

चंचल और भाइयों मुझे माफ कर देना

इंटरनेट मीडिया में वायरल सुसाइड नोट में रविकांत ने पत्नी और भाइयों को लिखा है कि वह उसे माफ कर दें। पत्नी चंचल को लिखा है कि मेरे मरने के बाद अपने घर भाई-भाभी के पास चली जाना। वह लोग बहुत अच्छे हैं, उसका और बच्चों, दोनों का ख्याल रखेंगे। रविकांत ने लिखा है कि वह अपनी पुरानी ¨जदगी नहीं भूल पा रहा है। इसीलिए वह जा रहा है।

जिस किसी को यह चिट्ठी मिले, इन नंबर पर फोन कर दे

सुसाइड नोट में लिखा है कि जिस किसी को यह चिट्ठी मिले, वह इन नंबर पर फोन कर दे। इसमें दोनों भाइयों विष्णु कांत और लक्ष्मी कांत के मोबाइल नंबर लिखे हुए थे। दवा व्यापारी ने लिखा है कि वह इस पत्र को लिखते समय बहुत रो रहा हूं।

Posted By: Inextlive