प्रदेश में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई हैं. ऐसे में युवाओं का क्या रुख है? ऐसी कौन सी समस्या हैं जो इस बार चुनाव में मुद्दा बनेंगी? इसको लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट 'राजनीतिÓ कैंपेन के तहत युवाओं के बीच पहुंचा. मंगलवार को साकेत कॉलोनी के पास स्थित शिवाजी नगर के युवाओं से वर्तमान हालातों पर चर्चा की गई. जिसमें निजीकरण को बेहतर बताते हुए प्राइमरी शिक्षा में सुधार लाने की बात कही गई.

आगरा (ब्यूरो) I शिवाजी नगर निवासी रजत ने बताया कि शहर में सरकार द्वारा विकास कार्य कराया गया। लेकिन कंप्टीशन एग्जाम में फोकस किया जाए। पेपर लीक, सर्वर डाउन, रिजल्ट समय पर नहीं आना, वर्तमान में युवाओं के लिए एक बड़ी समस्या बनी है। ऐसे में सरकार को प्रोसेस में पारदर्शिता लानी होगी। कई बार युवा ओवरएज हो जाते हैं, इसके बाद रिजल्ट घोषित किया जाता है। इससे बेरोजगार युवाओं को राहत मिल सकेगी।

यूथ को मिले सरकारी जॉब में अवसर
रमाकांत उपाध्याय ने कहा कि वर्तमान में युवा की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। इस समस्या के निस्तारण करने के लिए सरकार को रोजगार के अवसर और बढ़ाने होंगेे। वहीं निजीकरण को बढ़ावा दिया जाना सरकार का सराहनीय कार्य है। ऐसे में युवाओं को रोजगार देने के साथ निजीकरण में भी अवसर देने होंगे। सरकारी नौकरियों में भी यूथ को अवसर मिल सके।

महिला सुरक्षा के लिए बेहतर कार्य
भव्यता ने बताया कि वर्तमान सरकार ने युवाओं के हित में कार्य किया है। वहीं महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी सराहनीय कार्य किए गए हैं। कोविड के दौरान सरकार ने बड़े स्तर पर लोगों की मदद की, जिससे सभी को राहत मिली। लेकिन अभी निचले स्तर पर सरकार को कार्य करना होगा। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को भी मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।

ऑनलाइन शिक्षा का तलाशना होगा विकल्प
डॉ। सुनील उपाध्याय ने बताया कि कोविड के दौरान बच्चों की ऑनलाइन क्लास को शुरू किया गया था, जो आज भी जारी है। बच्चे शादी, बर्थडे जैसे कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं, लेकिन वहीं जब स्कूल की बात आती है तो कोविड का डर दिखाया जाता है। ऐसे में सरकार को ऑनलाइन शिक्षा का कोई और विकल्प तलाश करना होगा। क्योंकि सबसे अधिक नुकसान कोविड में बेसिक एजुकेशन को पहुंचा है।

Posted By: Inextlive