सोशल मीडिया पर ईवीएम से जुड़ी किसी भी तरह का भ्रम फैलाते हुए पोस्ट करना या उसको शेयर करना आपके लिए मुश्किल पैदा कर सकता है. मुकदमा दर्ज होने के साथ जेल भी हो सकती है. जिला चंदौली में सोशल मीडिया के माध्यम से ईवीएम और मतदान प्रक्रिया को लेकर भ्रामक सूचना फैलाने की घटना का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए कड़ी कार्रवाई की गई है.


आगरा(ब्यूरो)। सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया गया कि 'स्थानीय लोगों ने एक दुकान के अंदर रखे 300 से अधिक ईवीएम मशीन पकड़ेÓ। प्रकरण संज्ञान में आते ही चंदौली के जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी ने इसे गम्भीरता से लेते हुए जांच कराई, तो पता चला कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 से संबंधित वीडियो को आज का दिखाते हुए लोकसभा सामान्य निर्वाचन- 2024 के पूर्व पोस्ट करके झूठ एवं भ्रम फैलाने तथा भारत निर्वाचन आयोग के विरुद्ध आम जनमानस को गुमराह करने तथा शान्ति व्यवस्था तथा निर्वाचन की शुचिता को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करने का प्रयास किया गया है।

साजिश के तहत हुआ

एक्स हैंडल की जांच पड़ताल से स्पष्ट हुआ कि इस अकाउंट द्वारा एक षडयंत्र के तहत हैशटैग 'ईवीएम हटाओ देश बचाओÓ के माध्यम से अभियान चलाकर विभिन्न तिथियों में निर्वाचन प्रक्रिया व ईवीएम पर भ्रामक पोस्ट किये जा रहे हैं। मामले में थाना चंदौली में इस तरह की सूचना सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर एफआईआर दर्ज की गई। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स को ईमेल भेजकर उपरोक्त हैंडल को बैन करने हेतु लिखा गया।

Posted By: Inextlive