- फ्लैट में छह घंटे तक रही टीम, चार मोबाइल और एक लैपटॉप किए जब्त

- डॉ। एससी अग्रवाल के घर भी पहुंची टीम, कई घंटे तक की पूछताछ

आगरा: डॉ। दीप्ति दहेज केस में सीबीआई टीम ने विवेचना शुरू कर दी है। शुक्रवार को सीबीआई ने आगरा में दो स्थानों पर छापेमारी की। सीबीआई टीम ने छह घंटे तक फ्लैट की जांच की। इस दौरान फ्लैट की तलाशी में मिले चार मोबाइल और एक लैपटॉप जब्त कर लिया।

यह था मामला

ताजगंज के विभव वैली व्यू अपार्टमेंट निवासी डॉ। दीप्ति तीन अगस्त 2020 को अपने फ्लैट में फंदे से लटकी मिली थीं। छह अगस्त 2020 को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। इसके बाद उनके पिता डॉ। नरेश मंगला ने ताजगंज थाने में दहेज मृत्यु, दहेज उत्पीड़न, मारपीट, गाली गलौज और गर्भपात कराने की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें डॉ। दीप्ति के पति डॉ। सुमित, ससुर डॉ। एससी अग्रवाल, सास अनीता, जेठ डॉ। अमित और जेठानी तूलिका नामजद थीं। पुलिस ने डॉ। सुमित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद 24 अक्टूबर को पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट लगा दी। 17 दिसंबर 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। 27 जनवरी को सीबीआई ने केस दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी।

ये हुई कार्रवाई

छह सदस्यीय टीम शुक्रवार को आगरा पहुंच गई। सुबह आठ बजे टीम डॉ। एससी अग्रवाल के चाणक्यपुरी स्थित घर पहुंची। यहां डॉ। दीप्ति के ससुर, जेठ, जेठानी, सास, तीन नौकरानी और गार्ड मिले। सभी से टीम ने बातचीत की। उनसे कोर्ट के आदेश व अन्य कागजात लिए। सुबह दस बजे सीबीआई की टीम डॉ। सुमित के विभव वैली व्यू अपार्टमेंट स्थित फ्लैट में पहुंची। इसका ताला खुलवाकर सीबीआई ने एक-एक कोने की तलाशी ली। फ्लैट से मिले चार मोबाइल और एक लैपटॉप को टीम ने जब्त कर लिया है। टीम शाम चार बजे तक फ्लैट में ही जांच करती रही.इसके बाद चली गई।

सीसीटीवी की डीवीआर भी कब्जे में ली

पुलिस ने फ्लैट में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर को अहम साक्ष्य बनाया था। इसमें डॉ। दीप्ति और डॉ। सुमित के घर में एंट्री के फुटेज थे। सीबीआइ ने कोर्ट के आदेश पर ताजगंज थाने के मालखाने से डीवीआर कब्जे में ले ली। इसकी भी जांच कराई जाएगी।

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कब क्या हुआ

3 अगस्त 2020- डॉ। दीप्ति अपने फ्लैट में फंदे से लटकी मिलीं।

-6 अगस्त 2020- उपचार के दौरान डॉ। दीप्ति की मौत हो गई।

- 7 अगस्त 2020- डॉ। नरेश मंगला ने ताजगंज थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया।

- 8 अगस्त 2020- डॉ। सुमित को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

- 29 सितंबर 2020- हाईकोर्ट से अन्य आरोपियों को अग्रिम जमानत मिल गई।

- 24 अक्टूबर2020- विवेचक ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी।

- 27 अक्टूबर2020- वादी ने आरोपितों की अग्रिम जमानत निरस्त कराने को सुप्रीम कोर्ट में अपील की।

- 17 दिसंबर 2020- सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के अग्रिम जमानत वाले आदेश को निरस्त कर दिया और केस की सीबीआई द्वारा अग्रिम विवेचना किए जाने का आदेश किया।

27 जनवरी- सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया।

12 फरवरी- सीबीआई ने फ्लैट में जांच की। सर्च के दौरान लैपटॉप और मोबाइल मिले।

Posted By: Inextlive