पूर्व ऊर्जा मंत्री की कोठी के पास युवक को गोली मारी

पहले की लूटपाट, फिर पेड़ से बांधकर की गई मारपीट

एलएलबी का छात्र है पीडि़त, बकाया किराया मांग रहा था

आगरा। पुलिस यदि सख्त हो जाए तो मजाल है कि किसी मंदिर से चप्पल तक चोरी हो जाए। कुछ ऐसा ही पुलिस का खौफ गुरूवार को दिखाई दिया। अमूमन घटना के बाद पहुंचने वाले चीता मोबाइल के जवान गुरूवार को शास्त्रीपुरम में घटना के दौरान ही पहुंच गए। उन्हें देख हमलावरों के छक्के छूट गए और एक छात्र की हत्या होने से बच गई। ऐसा पहली बार ही हुआ है, जब पुलिस महकमे की ये सेवा किसी की जिंदगी के लिए मददगार और अपने मकसद में कारगर साबित हुई है। हालांकि किराएदार द्वारा चलाई गोली से लॉ स्टूडेंट घायल हो गया। इसकी हालत खतरे से बाहर है।

शिकोहाबाद का है छात्र

मूल रूप से शिकोहाबाद निवासी शैलेष यादव पुत्र रामसिया यादव का एक मकान शास्त्रीपुरम सी-2 में भी है। शैलेष के पिता एलआईसी में कार्यरत हैं। शैलेष खुद लॉ का स्टूडेंट इनके शास्त्रीपुरम स्थित मकान में कलुआ नामक ऑटो चालक किराए के मकान में रहा था, लेकिन उसकी कुछ हरकतों को देखकर उसे निकाल दिया। उस पर मकान का किराया बकाया था।

बुधवार ट्रेन से आया था आगरा

शैलेष जब उससे रुपये मांगता तो वह टाल देता था। इस दौरान शैलेष कई बार अपने मकान में आया, लेकिन रुपये नहीं दिए। इस बार शैलेष बुधवार की सुबह ट्रेन से आगरा आया। इसके बाद वह एलआईसी में काम से गया। फिर अंबेडकर यूनिवर्सिटी गया। इसके बाद आवास विकास कॉलोनी निवासी अपने बाबा के यहां पर रुक गया था।

ऑटो में बैठा कर ले गया

गुरुवार की सुबह उसने ऑटो चालक कलुआ को फोन किया। अपने बकाए का साढ़े चार हजार रुपया मांगा। ऑटो चालक दस मिनट में उसके घर अपने तीन-चार साथियों के साथ पहुंच गया। वह रुपया देने की बात बोलकर शैलेष को ऑटो में बिठाकर ले गया।

पूर्व मंत्री के घर के आगे बैग छीना

पीडि़त के मुताबिक वह उसके घर से अपने घर ए ब्लॉक की तरफ ऑटो ले गया। वहां एक महिला व एक लड़की को बिठाया। पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय की कोठी के आगे तक ऑटो ले गया। वहां दूर सुनसान इलाके में महिला और लड़की उतर गई। वहीं, शैलेष के हाथ में लगा बैग छीनकर महिला को दे दिया और वहां पहले से बाइक पर खडे़ एक साथी को महिला और लड़की को ले जाने के लिए बोल दिया। बैग में रजिस्ट्री के कागज, एजुकेशनल डॉक्यूमेंट और एक मोबाइल था।

पेड़ से बांधकर मारी गोली

इसी के बाद कलुआ ने शैलेष को ऑटो से नीचे उतार लिया। शैलेष का आरोप है कि ऑटो चालक कलुआ ने चार साथियों के साथ उसे पेड़ से बांध दिया। उसकी बेल्टों से जमकर पिटाई की। इसी के बाद कलुआ ने एक साथी से कहा कि गोली मा, लेकिन शैलेष ने उसके पैर पकड़ लिए। साथी ने गोली मारने से मना किया तो कलुआ ने खुद तमंचा थाम लिया। एक फायर ठोंक दिया, लेकिन शैलेष ने हाथ बीच में अड़ा दिया तो गोली उसके सीधे हाथ में लगी।

दूसरे राउंड पर आ गई पुलिस

हाथ में गोली लगने पर हमलावर ने दोबारा दूसरा कारतूस डालना चाहा, लेकिन पहले चला कारतूस का खोखा तमंचे में फंस गया। वह खोखा निकालने के लिए तमंचा जमीन पर मार ही रहा था कि दो चीता मोबाइल के सिपाही मुकेश कुमार मिश्रा, राजेश, श्रीपाल और दिगंबर सिंह घटनास्थल से कुछ दूर पहले पहुंचे। यह देखते ही शैलेष ने आवाज लगा दी। सिपाहियों ने भी घटना को भांपते हुए घटनास्थल की तरफ रूख किया।

सिपाहियों को देख भागे

दो चीता मोबाइल की बाइक पर सवार चार सिपाहियों को देख हमलावरों के छक्के छूट गए। वह आनन-फानन में ऑटो में सवार होकर भागने लगे। तभी, सिपाहियों ने उन्हें पकड़ने के लिए बाइक की स्पीड तेज कर दी। इसी दौरान जावेद नामक युवक ऑटो में सवार होने से रह गया। अन्य लोग भाग गए। सिपाहियों ने जावेद को पकड़ लिया। सिपाहियों ने घायल को एसएन अस्पताल में भर्ती कराया है। एसओ थाना सिकंदरा का कहना था कि अभी मामले की छानबीन चल रही है।

Posted By: Inextlive