आगरा। नेशनल डाटा बेस के अंतर्गत पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के जारी निर्देशों के अनुसार अब शहर में संचालित हो रहे होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस की जानकारी भारत सरकार के पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। इसमें आवासीय इकाइयों को जिनमें होटल, धर्मशाला या गेस्ट हाउस संचालित हो रहे हैं। उनको अपलोड किया जाना है। अभी तक जिले में 400 होटलों में से 338 होटलों का रजिस्ट्रेशन कराया जा चुका है। इस बारे में टूरिज्म विभाग के ऑफिसर प्रदीप टम्टा ने बताया कि रजिस्ट्रेशन नंबर उपलब्ध कराया जा रहा है। सíटफिकेट अपने आप डाउनलोड करना होगा। टूरिज्म डिपार्टमेंट उसको वैरीफाई कर आगे फॉरवर्ड कर देगा।

इन बिन्दुओं पर मांगी जा रही जानकारी

-होटल या पेइंग गेस्ट हाउस किस इलाके में हैं, जैसे कमर्शियल या आवासीय

- रहने की व्यवस्था

- रूम, खाने-पीने की व्यवस्था

- कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के इंतजाम

- सोशल डिस्टेसिंग के साथ थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था

- हाइजैनिक के सुरक्षित इंतजाम

- आने-जाने की व्यवस्था

- कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के क्या उपाय किए गए हैं

रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ मिलेगा सíटफिकेट

केंद्र सरकार के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने पर होटल संचालक को एक रजिस्ट्रेशन नंबर देने के साथ ही एक सíटफिकेट भी दिया जाएगा। इस सíटफिकेट को होटल के बाहर चस्पा करना होगा। अधिकारियों का कहना है कि लॉकडाउन में होटल इंडस्ट्रीज बिल्कुल ठप हो गई है। सरकार की मंशा इस इंडस्ट्रीज को प्रोत्साहन देकर रनिंग में लाने का है। इससे उन्हें सíटफिकेट भी दिया जा रहा है। इसके बाद होटल भारत सरकार से सíटफाई होने पर विदेशी टूरिस्ट निसंकोच होटल में स्टे कर सकेंगे।

अभी तक होटलों का कोई डाटा बेस नहीं था। इसलिए केंद्र सरकार द्वारा ये डिसीजन लिया गया है। सभी का रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर किया जा रहा है। इसमें कोई डॉक्यूमेंट भी नहीं मांगा जा रहा है। इसके बाद सभी को भारत सरकार की ओर से एक सíटफिकेट दिया जाएगा।

मनीष श्रीवास्तव, नोडल अफसर व अपर सांख्यिकी अधिकारी यूपी टूरिज्म

Posted By: Inextlive