आगरा: डा। भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय अंतिम वर्ष के परिणाम तो घोषित कर रहा है, लेकिन इसमें कालेजों का सहयोग नहीं मिल रहा है। कई कालेजों ने अब तक प्रयोगात्मक परीक्षाओं और आंतरिक परीक्षाओं के अंक नहीं भेजे हैं। ऐसे में शासन के एक नवंबर से कक्षाएं शुरु करने के निर्देश को पूरा करने में मुश्किल आ सकती है।

शासन के निर्देशों पर प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत करने के साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा अंतिम वर्ष की परीक्षाएं भी कराई गईं। विश्वविद्यालय द्वारा लगातार छलेसर में मूल्यांकन कार्य चल रहा है। जिन पाठ्यक्रमों में प्रयोगात्मक परीक्षाएं नहीं होती हैं, उनके परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। प्रयोगात्मक व आंतरिक अंकों के अभाव में अभी भी कई परिणाम अटके पड़े हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कई बार कालेजों को पत्र लिखे जा चुके हैं, पर कालेज प्रयोगात्मक और आंतरिक परीक्षाओं के अंक नहीं भेज रहे हैं। ऐसे में अब परीक्षा नियंत्रक डा। राजीव कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जो कालेज देरी कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

नहीं हुई यूएफएम की बैठक

जिन कालेजों में नकल पकड़ी गई थी, उनका फैसला भी यूएफएम की बैठक में नहीं लिया गया है, ऐसे में उन कालेजों का परिणाम भी अटका हुआ है। नियमानुसार कार्य परिषद की बैठक से पहले यूएफएम की बैठक हो जानी चाहिए थी। बैठक अभी नहीं हुई है। विश्वविद्यालय अब यूएफएम की बैठक कराने की तैयारी कर रहा है, जिससे जल्द से जल्द लंबित परिणाम भी घोषित हो सकें।

Posted By: Inextlive