-हर सप्ताह भेजी रही ट्रेन और रोड से चोरी छुपे गांजे की खेप

-दर्जनों तस्करों से सैकड़ों कुंटल गांजा किया जा चुका है जब्त

आगरा। हाल ही में सिकंदरा क्षेत्र में एसटीएफ ने 500 किलो गांजा पकड़ा था। ये गांजा ओडि़शा से मथुरा के लिए ले जाया जा रहा था। इससे पहले अगस्त में भी एसटीएफ ने सड़क के रास्ते से भारी मात्रा में गांजा की खेप पकड़ी थी। ये खेप भी राजधानी की ओर ले जाई जा रही थी। दरअसल, आगरा के रास्ते होकर ब्रज क्षेत्र गांजा तस्करी का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। यहां लगातारी सैकड़ों क्विंटल गांजा सप्लाई करने का काम किया जा रहा है। इसका खुलासा पुलिस गिरफ्त में आए गांजा तस्करों की ओर से पूछताछ में किया गया है। गांजा सहित नशे के दूसरे कारोबारों को रोकने के लिए टीमों को पूरी तरह अलर्ट किया गया है। पूछताछ पर टीम के हाथ कुछ अहम सुराग भी हाथ लेगे हैं। राजधानी दिल्ली से मास्टरमाइंड तस्कर इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं। एसटीएफ की टीम ने ऐसे लोगों को तक पहुंचने का कार्य शुरू कर दिया है।

लगातार हो रही गांजे की सप्लाई

ब्रज में लगातार गांजा सप्लाई के मामले प्रकाश में आ रहे हैं। ऐसे में एसटीएफ व जीआरपी ने गांजा तस्करों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एसटीएफ ने 12 सितंबर को 505 किलो गांजा पकड़ा था। यह गांजा ऑयल टैंकर के चेंबर पर रखकर लाया जा रहा था। वहीं पिछले तीन अगस्त को एसटीएफ द्वारा पांच सौ कुंटल गांजा पकड़ा गया। इस तरह सड़क के रास्ते पिछले 40 दिनों में हजार किलो गांजा पकड़ा जा चुका है। इसके अलावा ट्रेनों में भी अब तक तस्करी करने वाले 26 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। जीआरपी और आरपीएफ ने इनसे 180 क्विंटल गांजा पुलिस ने जब्त किया है। गांजे की ये खेप आगरा से होकर दिल्ली सहित अन्य राज्यों में भी भेजी जा रही थी।

राजधानी में बैठे हैं तस्करी के मास्टर माइंड

पकड़े गए गांजा तस्करों ने बताया कि राजधानी में गांजा तस्करी के दो गैंग चल रहे हैं। एक गैंग अली और दूसरा गैंग राहुल नाम का युवक चलाता है। जिसमें एक गैंग वाया रोड होकर तस्करी को अंजाम देता है, वहीं दूसरा गैंग ट्रेन के जरिए गांजा सप्लाई करने का काम कर रहा है। एसटीएफ ने गैंग के सरगना तक पहुंचने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। पकड़े तस्कारों की निशानदेही पर साक्ष्यों को जुटाए जा रहे हैं।

दो मोबाइल नंबर से चल रही गांजा तस्करी

आंध्र प्रदेश एक्सप्रेस से लाया गया सात किलो गांजा रविवार को जीआरपी आरपीएफ की संयुक्त टीम ने पकड़ लिया। इस संबंध में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों ट्रेन के जाने के बाद काफी देर तक स्टेशन पर बैठे थे। सुबह छह बजे गश्त के दौरान उन्हें पकड़ा गया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम शाहदरा ईस्ट दिल्ली निवासी रमेश कुमार और गाजियाबाद निवासी नितिन कश्यप बताया है। वह बताया कि वह राजमुंद्री स्टेशन से गाड़ी में सवार होकर आए थे। गांजा दिल्ली से अली नामक व्यक्ति ने मंगवाया था। वह दूसरी बार गांजा लेकर जा रहे हैं।

एसटीएफ की टीम को सफलाता मिल रही है। अब तक दर्जनों तस्करों को पकड़ा गया है। गांजा भी बरामद किया गया है। जल्द ही इस मामले में बड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसकी जांच की जा रही है कि यह गांजा किस के द्वारा और कहां भेजा जाता था।

बबलू कुमार, एसएसपी

अब तक पकड़े गए तस्कर और जब्त गांजा

चार महीने में रेलवे ने पकड़े तस्कर

26

जब्त किया गांजा

180 कुंटल

छह महीने में पुलिस, एसटीएफ ने पकड़े तस्कर

54

जब्त किया गांजा

1000 किलो

जीआरपी कैंट इंस्पेक्टर विजय सिंह चक ने इस मामले में पकड़े गए तस्करों से पूछताछ की है। पता चला कि गैंग के सक्रिय तस्कर ऐसे लोगों को अपने गैंग में शामिल करते हैं जो बेरोजगार हैं। इसके लिए उन्हें दस से बीस हजार रुपये दिए जाते हैं। पकड़े गए तस्करों को गैंग के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं होती है। एक मोबाइल नंबर से उसे फॉलो किया जाता है। तस्करों को दो मोबाइल नंबर मिलते हैं। एक भेजने वाले और दूसरा माल की खेप लेने वाले का। काम होने के बाद नंबर बंद हो जाते हैं।

बेरोजगार लोग कर रहे तस्करी

पकड़े गए तस्करों से पता चला कि यह गैंग आगरा, मथुरा जिले में गांजे को ले जाते हैं। तस्करी करने वालों पर गैंग की नजर रहती है। लगातार गांजा लाने और ले जाने वाले पर सरगना द्वारा निगरानी रखने का कार्य किया जाता है। कहीं वह रास्ते में उसकी कीमत न लगा दे, गांजा सप्लाई करने वाले गैंग के सदस्यों को आधी रकम पहले दी जाती है, वही आधी रकम काम होने के बाद दी जाती है। इस बीच आने जाने का किराया और खाने का खर्च अलग से दिया जाता है। पुलिस जांच में पता चला कि ऐसे लोग जो तस्करी करते हैं, वह अधिकतर बेरोजगार होते हैं। रोजगार की तलाश में कुछ लोगों को जो इस काम में लिप्त पाए गए हैं, उनको यह भी नहीं पता कि उन्हें क्या सप्लाई करना है, इसकी जानकारी नहीं होती है। एसटीएफ को यह भी जानकारी मिली थी कि गांजा एक से दो हजार रुपये में खरीदा जाता है और दस हजार रुपये तक में इसकी सप्लाई की जाती है।

एसटीएफ खंगाल रही गांजा तस्करों का नेटवर्क

एसटीएफ ने गांजा तस्करों का नेटवर्क खंगालना शुरू कर दिया है। जल्द ही इस मामले में बड़ी कार्रवाई की उम्मीद है। अभी तक पुलिस छोटे-छोटे सप्लाई करने वालों पर ही शिकंजा कस रही थी। वहीं जल्द ही बड़ी तस्करों पर भी शिकंजा कसने का काम किया जाएगा।

रविवार को भी पकड़ा गया गांजा

Posted By: Inextlive