आगरा: का¨लदी विहार और सदरवन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के हस्तांतरण को लेकर आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) और वबाग कंपनी के बीच खींचतान मची है। वबाग कंपनी की टीम सीवेज नेटवर्क को अधिक बता रही है, जबकि एडीए और नगर निगम इसे पूर्व में शामिल नेटवर्क में बता रहे हैं।

सभी सेक्टर की लाइनों को किया जा रहा कनेक्ट

का¨लदी विहार एसटीपी की क्षमता 4.5 एमएलडी और सदरवन की 36 एमएलडी है। सदरवन एसटीपी में आवास विकास कालोनी सेक्टर एक से 16 तक का गंदा पानी पहुंचता है। सभी सेक्टर की लाइनों की मुख्य लाइनों से उप लाइनों को कनेक्ट किया जा रहा है। पिछले सप्ताह एडीए उपाध्यक्ष डॉ। राजेंद्र पैंसिया की अध्यक्षता में बैठक हुई। एडीए अफसरों ने कहा कि दोनों एसटीपी एडीए ने विकसित किए हैं। वर्तमान में वबाग कंपनी द्वारा सात एसटीपी का रखरखाव और संचालन किया जा रहा है। ऐसे में इन दोनों एसटीपी का हस्तांतरण जरूरी है। वबाग कंपनी के प्रतिनिधि अभिषेक सिंह ने कहा कि दोनों एसटीपी से जुड़े सीवेज नेटवर्क की जीआइएस मै¨पग हो चुकी है। दोनों एसटीपी के साथ 208 किमी लंबा सीवेज नेटवर्क है। ऐसे में 42 किमी के बदले 208 किमी का हस्तांतरण होना चाहिए। जल निगम के अफसरों ने कहा कि वबाग कंपनी को 1067 किमी सीवेज नेटवर्क हस्तांतरित किया गया है। सीमा विस्तार में जो भी सीवर लाइन आएगी, उसे हस्तांतरित किया जाएगा। 208 में 166 किमी का हस्तांतरण पूर्व में हो चुका है। अब 42 किमी का होना बाकी रह गया है। इस पर वबाग कंपनी के अभिषेक सिंह ने सप्ताह भर की मोहलत मांगी।

Posted By: Inextlive