'होम्योपैथिक में कोरोनावायरस का इलाज संभव'
- होम्योपैथिक डॉ। केएस कौशल ने प्रेस क्रॉन्फ्रेंस में बताए होम्योपैथी के एडवांटेज
आगरा। कोरोनावायरस ने इस वक्त पूरी दुनिया को दहला दिया है। इसके इलाज के लिए पूरी दुनिया के डॉक्टर्स जुटे हुए हैं। लेकिन डॉ। केएस कौशल का कहना है कि होम्योपैथिक में कोरोनावायरस का इलाज संभव हो सकता है। उनका कहना है कि होम्योपैथी में वाइटल फोर्स या वाइटल एनर्जी को रिएक्टिव करके इलाज किया जाता है। कोरोनावायरस बॉडी पर तब हावी हो रहा है, जब बॉडी से इम्यूनिटी खत्म हो रही है या कम हो रही है। होम्योपैथिक में किसी भी बीमारी को इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करके इलाज किया जाता है। इसलिए कोरोनावायरस का इलाज होम्योपैथिक में संभव हो सकता है। सैटरडे दोपहर में आवास विकास स्थित एक रेस्टोरेंट में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डॉ। कौशल ने ये जानकरी दी। तो हो जाता है इंफेक्शनडॉ। केएस कौशल ने बताया कि एलोपैथी में माना जाता है कि इंफेक्शन हो गया इसलिए आपकी तबियत खराब है। लेकिन होम्योपैथिक में बिल्कुल इसके उलट है। होम्योपैथिक में माना जाता है कि आपकी तबियत खराब है इसलिए आपको इंफेक्शन हो रहा है। सामान्य स्तर पर मनुष्य स्वस्थ रहता है, लेकिन बॉडी से वाइटल एनर्जी कम होते ही उसे बैक्टीरिया, वायरस, एलगी या फंगस के रूप में संक्रमण फैलने लगता है। कोरोनावायरस भी एक संक्रमण है और इसे होम्योपैथिक के मैथड से क्योर किया जा सकता है।
इम्युनिटी बढ़ाना मुख्य आधार होम्योपैथी में पेशेंट की इम्यूनिटी को डेवलप करना इलाज का मुख्य आधार होता है। होम्योपैथिक दवाएं सटीक सिम्लीमन द्वारा इम्यूनिटी को रिकवर कर पेशेंट का इलाज करती हैं। कोरोनावायरस में इन्फ्लूएंजा, सोरथ्रोट, निमोनिया जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं। इन्हें होम्योपैथिक दवा देकर पेशेंट को रिकवर किया जा सकता है। ऐसे बढ़ेगी इम्यूनिटी पहले दिन पेशेंट मौसमी, संतरा जैसे सिट्रस फूड के जूस को पल्प सहित और आठ गिलास नारियल पानी को पीयें। दूसरे दिन चार गिलास सिट्रस फूड का रस और चार गिलास नारियल पानी पीयें। 400 ग्राम खीरे का सलाद का सेवन करें। तीसरे दिन भी नारियल पानी और सिट्रस फूड के साथ टमाटर और खीरे का सलाद का सेवन करें। इससे आपकी एनर्जी इंस्टेंट बढ़ जाएंगी।