निगम के वाहनों को अब रूट मैप के अनुसार ही मिलेगा डीजल
-डीजल चोरी रोकने को नगर निगम की कवायद
-कुबेरपुर लैंडफिल साइट की दिखानी होगी पर्ची आगरा। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए नगर निगम ने अब डीजल चोरी को रोकने की कवायद शुरु कर दी है। इसके लिए रूट मैप तैयार किया जा रहा है। इसको खुद नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे तैयार करा रहे हैं। इसके अनुसार अब नगर निगम में कचरा ढोने वाले वाहनों को रूट मैप के अनुसार ही डीजल मुहैया कराया जाएगा। इसमें वाहन के ड्राइवरों को कुबेरपुर लैंडफिल साइट से प्राप्त रसीद को भी दिखाना होगा। इसके बाद टीपी नगर स्थिति पेट्रोल पंप से डीजल मिल सकेगा। प्रभारी कर्मशाला सहा। नगर आयुक्त अनुपम शुक्ला इसकी मॉनीटरिंग करेंगे। कुबेरपुर लैंडफिल साइट पर होगा कांटाशहर से जो भी वाहन कचरा लेकर जाएगा, उसका कुबेरपुर लैंडफिल साइट पर कांटा किया जाएगा। वजन के हिसाब से उसको रसीद दी जाएगी। ये रसीद ही डीजल के भौतिक सत्यापन का सुबूत होगी। बता दें कि कुबेरपुर लैंडफिल साइट पर चार मशीनें लगी हुईं हैं। कूड़े वाली गाड़ी को तौल कर रसीद दी जाएगी। वो रसीद डीजल लेते समय दिखानी होगी। बता दें कि इस समय तकरीबन 300 वाहन सफाई कार्य में लगे हैं। इसमें छोटे-बड़े वाहन शामिल हैं। इनको रोज जो डीजल दिया जाता है, उसके लिए अब रजिस्टर मेंटेन किया जाएगा। इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। इस बारे में सहा। नगर आयुक्त अनुपम शुक्ला ने बताया कि सेनेटरी इंस्पेक्टर को लॉग बुक में किमी। लिखकर मेंटेन कर रिपोर्ट भेजनी होगी।
पहले भी मिली थी गड़बड़ी अप्रैल 2019 में अपर नगर आयुक्त केबी। सिंह के औचक निरीक्षण में भी डीजल की गड़बड़ी सामने आयी थी। अपर नगर आयुक्त को कार्यशाला के निरीक्षण में वाहनों के मूवमेंट का कोई लेखा-जोखा नहीं मिला था। निरीक्षण में पांच टाटा टेम्पो ऐसे मिले थे, जिनको शहर में चलाया भी नहीं गया था। उनके नाम पर 81 ली। डीजल खर्च दिखाया गया था। 11 वाहन खराब मिले थे, जिनके नाम पर पैसा जारी किया जा रहा था। 95 वाहनों में केवल 40 वाहन ही कार्य में जुटे थे। जिन वाहनों को रवाना दिखाया गया था। वे कार्यशाला में खडे मिले थे। हालांकि इसमें सुधार के लिए कुछ संस्तुतियां की गई थी। लेकिन इस बारे में दोषियों पर कार्यवाही नहीं हो सकी थी। कुल वाहनों की संख्या 300 - 20 डंपर प्रेशर मशीन - 16 हाईवा - 2 स्वीपिंग मशीन बड़ी - 10 लिटर पिकर मशीन - 140 टेम्पो - 50 मीडियम ट्रिपर्स - 100 वार्ड - चार जोन - 4 हजार सफाई कर्मचारी- 20 लाख शहर की जनसंख्या
- कुल चेन मशीन 25 - कुल ट्रक 17 -कुल जेसीबी 12 785 से 800 मीट्रिक टन कूड़ा शहर में रोज निकलता है कूड़े को प्रोसेसिंग प्लांट कुबेरपुर भेजा जाता है