सड़कें स्टंट के लिए नहीं हैं ऐसे निर्देश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए गए हैं. अभी निर्देश को दो दिन भी नहीं हुए कि गुरुवार को हाईवे पर बाइकर्स को स्टंट करते हुए देखा गया. युवक स्टंट कर जान जोखिम डाल रहे हैं. हाईवे समेत शहर के अलग-अलग स्थानों पर स्टंट का समय तय किया जाता है हारने वाले पर शाम की पार्टी कराने की जिम्मेदारी होती है.

आगरा। युवा खुले आम मौत का खेल रहे हैं। 20 से 22 के युवक स्पोर्ट्स बाइक लेकर शर्त लगाकर टाइम टारगेट देकर स्टंट करते हुए नजर आते हैं। ऐसे में बाइक सवार पूरी तरह ट्रैफिक रूल्स की अनदेखी करते नजर आते हैं। एक बाइक पर तीन से चार युवक तक सवार होकर मौत के खेल को देखने नजर आते हैं। हाईवे से या फिर अन्य सुनसान स्थानों पर इस गेम को खेलने के जीत हार कुछ ही देर में तय हो जाती है।

स्टंटमैन का है यह खतरनाक खेल
सुनसान स्थान या फिर हाईवे पर मौत का गेम खेलने वाले युवा स्पोर्ट बाइक पर सवार होकर तय प्वाइंट पर निश्चित समय पर पहुंचते हैं, इस दौरान रोड एक दम क्लीन होता है, जिससे स्टंट कर युवा के रास्ते में कोई वाहन ना आए, सेकेंड के अनुसार जीत हार तय की जाती है। तय किए गए प्वाइंट पर साठ सेकेंड से कम समय में दूरी तय करनी होती है। युवा फुल स्पीड बाइक का एक्स्यूलेटर चालू करने के बाद लक्ष्य को स्पीड के साथ तय सेकेंड में पहुंचने की कोशिश करते हैं। हाईवे पर एक युवक से इस संबंध में बात की तो उसने बताया कि ये सब शाम की पार्टी के लिए होता है।


हारने वाले पर पार्टी की जिम्मेदारी
शहर की सुनसान सड़कों पर मौका देखकर गेम खेलने वाले युवा ये स्टंट केवल शाम की पार्टी के लिए करते हैं। युवाओं के साथ खड़े एक युवक से इस संबंध में बात की गई तो पता चला कि ग्रुप में शामिल सभी युवा एक के बाद एक इस गेम को खेलते हैं। जीतने वाले से अधिक हारने वाले से सभी युवक अपनी अपनी डिमांड रखते हैं जो पार्टी के दौरान पूरी करनी होती है।


बाइक स्लिप होने पर घट सकती है घटना
हाइवे समेत अन्य स्थानों पर इस गेम को खेलने वाले एक युवक ने बताया कि स्टंट का दिन और स्थान तय नहीं होता, मौके के अनुसार ये तय किया जाता है। इस दौरान किसी भी युवा के सर पर हेलमेट नहीं होता, ऐसे में अगर, स्पीड के साथ बाइक स्लीप होती है तो इस खतरनाक स्टंट में उनकी जान भी जा सकती है।


खतरनाक गेम से पुलिस बेखबर
शहर में मौत का गेम खेलने वाले युवा, रोजाना इस खेल को नहीं खेलते, वहीं स्थान और दिन उसी समय तय किया जाता है, निर्णय भी सेकेंड में ही होता है। गेम खेलने वाले एक युवक का कहना था कि इस गेम को लॉकडाउन टू में स्टार्ट किया था, उस समय सड़कें और रोड खाली होते थे, लेकिन अब उनकी आदत में है और मनोरंजन का साधन भी बन गया है। उसका कहना था कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसकी जानकारी नहीं है।

-ग्रुप में शामिल युवाओं की संख्या
8 से 10
-युवाओं का स्टंट करने का स्थान
सुनसान और क्लीयर रोड
-एक बाइक पर सवार युवकों की संख्या
3 से 4


इस संबंध में कंप्लेन आने पर युवाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं संबंधित थाना प्रभारियों को भी इसके बारे में जानकारी दी जाएगी। इस बात का भी पता लगाया जाएगा कि यह क हां रहते हैं और क्या करते हैं।
विकास कुमार, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive