- डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा ने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ की समीक्षा

- आगरा में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना

- अधिकारियों को मेडिकल डिपार्टमेंट से को-ऑर्डिनेशन बेहतर रखने के लिए कहा

- एसएसपी बबलू कुमार से ली ताजनगरी में कानून व्यवस्था के बारे में जानकारी

- डिप्टी सीएम की अचानक तबियत खराब होने से बैठक में मच गई थी खलबली

आगरा। आगरा में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों में कमी आई है। साथ ही इस संक्रमण को मात देने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। रिकवरी रेट 80 परसेंट से ज्यादा हो चुका है। सोमवार को कोविड-19 से बचाव और रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों और प्रयासों की डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा ने समीक्षा की। सíकट हाउस में आयोजित समीक्षा बैठक में डिप्टी सीएम ने कहा कि सभी अधिकारी स्वास्थ्य विभाग के साथ को-ऑर्डिनेशन स्थापित कर अपने-अपने दायित्वों का पालन करें। उन्होंने आगरा में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए किए प्रयासों की सराहना की। बैठक के बाद वे कार से मथुरा के लिए रवाना हो गए।

ठीक होने का प्रतिशत बढ़ा

समीक्षा मीटिंग में जिलाधिकारी प्रभु एन। सिंह ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमितों का ठीक होने का प्रतिशत बढ़ा है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में कोविड-19 के एक्टिव मरीजों की संख्या 308 है। अब तक 1694 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। इस समय कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 2103 है। ठीक होने की दर 80.55 प्रतिशत है। अब तक कुल 66275 की सैम्पलिंग की जा चुकी है। वहीं, प्रभावी कंटेनमेंट जोन की संख्या 134 है। 257 कंटेनमेंट जोन को बंद किया जा चुका है। अब तक 101 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।

ये भी किया जा रहा है

डीएम ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए अन्य प्रयास भी किए जा रहे हैं। इसमें कोविड-19 के मरीजों को कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, सíवलांस टीम द्वारा तलाशा जा रहा है। उनकी टेस्टिंग, रैंडम पूल सैंपलिंग, आइसोलेशन, होम आइसोलेशन, एम्बुलेंस की व्यवस्था, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, पोर्टल पर डाटा फीडिंग, मेडिकल टीम क्वारंटीन तथा कोविड-19 संक्रमण के संबंध में शासन के निर्देशों, एपीडेमिक एक्ट के प्रावधानों के अंतर्गत कार्य किया जा रहा है।

मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का हो पालन

डिप्टी सीएम ने समीक्षा मीटिंग में अफसरों से कहा कि वे मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन कराएं। साथ ही नियमित सेनेटाइजेशन का कार्य कराते रहें। डिप्टी सीएम ने एसएसपी बबलू कुमार से जिले की कानून व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे ने समीक्षा मीटिंग में डिप्टी सीएम को बताया कि फॉगिंग और सेनेटाइजेशन का कार्य कराया जा रहा है। मशीनें उपलब्ध हैं। छोटी मशीनों से गली- मोहल्लों में फॉगिंग का कार्य कराया जा रहा है। इस दौरान भाजपा विधायक रानी पक्षालिका और हेमलता दिवाकर ने डिप्टी सीएम से कहा कि कंटेनमेंट जोन में समयावधि पूरी हो जाने के बाद भी बैरीकेटिंग लगी रहती है। इसे समय से हटा दिया जाए, तो आम लोगों को परेशानी नहीं होगी।

मीटिंग में ये रहे मौजूद

समीक्षा मीटिंग में प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री डॉ। जीएस धर्मेश, सांसद राजकुमार चाहर, विधायक रानी पक्षालिका सिंह, हेमलता दिवाकर, पुरुषोत्तम खंडेलवाल, महेश गोयल, जितेन्द्र वर्मा, मेयर नवीन जैन, महानगर अध्यक्ष भानु महाजन, जिलाध्यक्ष गिर्राज सिंह कुशवाह, एडीजी अजय आनंद, डीएम प्रभु एन। सिंह, सीएमओ आरसी पांडेय, नगर आयुक्त निखिल टीकाराम फुंडे, एसएसपी बबलू कुमार आदि मौजूद रहे।

अचानक से हुई तबियत खराब

जब डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा सíकट हाउस समीक्षा मीटिंग में पहुंचे, तो अचानक उनकी तबियत खराब हो गई। उनकी नाक से खून निकलता देख मीटिंग मे खलबली मच गई। खून को पौछने के बाद दोबारा खून निकलने लगा। इस पर मौके पर डॉक्टर्स की टीम को बुलाया गया। टीम ने उनका ब्लड प्रेशर समेत अन्य जांच की तो सभी कुछ सामान्य मिला। इसके बाद राहत की सांस ली गई।

एंबुलेंस सेवा को विकास खंडस्तर पर संचालित किया जाए। इससे आमजन को इसका लाभ सुलभ हो सके।

राजकुमार चाहर, सांसद फतेहपुरसीकरी

गर्भवती महिलाओं के लिए जांच की अलग से व्यवस्था की जाए। इससे उनके उपचार में किसी प्रकार की देरी न हो। गर्भवती महिलाओं के उपचार और डिलीवरी के लिए कोरोना रिपोर्ट मांगी जाती है। इस दौरान उन्हें परेशानी होती है। इसके चलते स्वस्थ्य बिगड़ने की संभावना बढ़ जाती है।

पुरुषोत्तम खंडेलवाल, विधायक भाजपा

Posted By: Inextlive