आगरा: एसएन मेडिकल कालेज की अव्यवस्थाएं मरीजों का दर्द बढ़ा रही है। यहां डेढ़ साल से डिजिटल एक्सरे मशीन खराब है, इसे सही नहीं कराया गया है। इससे एसएन में इलाज करा रहे मरीजों को निजी सेंटर से एक्सरे कराने पड़ रहे हैं।

दो मशीनों में एक खराब

एसएन मेडिकल कालेज में दो डिजिटल एक्सरे मशीन हैं। इनमें से एक मशीन डेढ़ साल से खराब है। मशीन के पार्ट बेंगलुरु से आने हैं, डेढ़ साल में पार्ट का इंतजार किया जा रहा है। एसएन में 41 रुपये में एक्सरे होता है, जबकि निजी सेंटर पर मरीजों को एक्सरे के लिए 250 से 300 रुपये देने पड़ रहे हैं। निजी सेंटर के एक्सरे की गुणवत्ता भी अच्छी नहीं होती है।

भर्ती मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी

एसएन में भर्ती दुर्घटना में घायल मरीजों को एक्सरे न होने से सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। परिजनों को मरीज को स्ट्रेचर और एंबुलेंस से निजी सेंटर पर एक्सरे कराने ले जा रहे हैं।

ये है हाल

एक्सरे मशीन - नौ

डिजिटल एक्सरे मशीन -दो

हर रोज एक्सरे -140 से 160

निजी सेंटर से मरीज करा रहे एक्सरे -50 से 60

डिजिटल एक्सरे मशीन के फायदे

सामान्य एक्सरे मशीन की तुलना में गुणवत्ता अच्छी होती है ।

ज्यादा मरीजों के एक्सरे किए जा सकते हैं ।

एक डिजिटल एक्सरे मशीन कई बार खराब हो चुकी है। मशीन 10 साल पुरानी है। कोरोना काल में बेंगलुरु से पार्ट नहीं आ पाए हैं। एक डिजिटल एक्सरे मशीन ठीक है, उसी से एक्सरे किए जा रहे हैं।

डॉ। हरी सिंह, विभागाध्यक्ष रेडियो डायग्नोसिस विभाग, एसएन मेडिकल कालेज

Posted By: Inextlive