- हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के साथ इवरमेक्टिन दवा भी दी जाएगी

- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा विभाग, उत्तर प्रदेश के महानिदेशक की अध्यक्षता में तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक में चर्चा के बाद दिए गए निर्देश

- संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को भी दी जाएगी दवा की डोज

आगरा। कोरोनावायरस के इलाज के लिये अब उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इवरमेक्टिन दवा को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव एवं उपचार के लिये प्रयोग करने के निर्देश दे दिये हैं। अब कोरोना संक्रमित पेशेंट को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन के साथ-साथ इवरमेक्टिन दवा भी दी जाएगी यानि अब कोरोना संक्रमितों का इलाज डबल डोज से होगा। इवरमेक्टिन दवा का उपयोग कोविड-19 वायरस से संक्रमितों के संपर्क में आये लोगों को भी दिया जाएगा। इसके साथ ही इसका उपयोग स्वास्थ्यकíमयों को भी देने के निर्देश दिये गये हैं।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने लिया फैसला

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा विभाग, उत्तर प्रदेश के महानिदेशक की अध्यक्षता में तकनीकी विशेषज्ञों की बैठक में कोरोना के इलाज और बचाव के लिए इवरमेक्टिन दवा का इस्तेमाल करने पर चर्चा हुई थी, जिसके बाद अगले दिन इसका इस्तेमाल करने के लिए निर्देश जारी किए गए। इसमें कोविड-19 के पेशेंट व उनके संपर्क में आये व्यक्तियों व स्वास्थ्यकíमयों को दवा की डोज भी बताई गई है।

एसएन में हो रहा दवा का इस्तेमाल

एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। अजीत चाहर ने बताया कि इवरमेक्टिन दवा का उपयोग अभी ट्रायल के रूप में ही किया जा रहा है। इसे अभी स्थाई इलाज के रूप में मान्यता नहीं मिली है। लेकिन फिलहाल इसके रिजल्ट ठीक देखने को मिले हैं। इवरमेक्टिन को वायरल को कम करने के लिये दिया जा रहा है और ये काम भी कर रही है। ये अभी अंडर ट्रायल मेडिसिन है।

पेट के इंफेक्शन की दवा

डॉ। अजीत सिंह चाहर ने बताया कि आमतौर पर इवरमेक्टिन दवा को बच्चों में पेट में कीड़ों के इंफेक्शन को रोकने के लिये उपयोग किया जाता है। लेकिन कोविड-19 के वायरल को कम करने के लिये भी यह काम कर रही है। इससे पहले इस दवा को दिल्ली के कई अस्पतालों में उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस दवा की सबसे अच्छी बात यह देखने को मिली है कि इसके अब तक कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया कि इस दवा का एसएन मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त मात्रा में स्टॉक भी अवेलेवल है।

रोकथाम में भी कारगर

इवरमेक्टिन दवा का उपयोग उपचार के साथ-साथ कोविड-19 वायरस की रोकथाम के लिये भी किये जाने के लिये भी गाइडलाइन में निर्देश दिये गये हैं। स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी व अन्य फ्रंटलाइन वॉरियर्स में कोविड-19 वायरस की रोकथाम के लिये भी इस दवा का उपयोग किये जाने के निर्देश दिये हैं।

ये है दवा देने का तरीका

संक्रमित के संपर्क में आने वाले व्यक्ति के लिये

कोविड-19 संक्रमण के पुष्ट पेशेंट के संपर्क में आये व्यक्तियों में संभावित संक्रमण से बचाव के लिये पहले व सातवें दिन एडल्ट को डिनर के बाद दो घंटे बाद 12 मिलीग्राम दवा प्रदान की जानी चाहिए।

संक्रमित के इलाज करने वाले स्वास्थ्यकíमयों के लिये

कोविड-19 के उपचार एवं नियंत्रण में कार्यरत स्वास्थ्यकíमयों में संक्रमण से बचाव हेतु पहले व सातवें दिन व 30 वें दिन तथा आवृत्ति कृम में प्रतिमाह एक बार इवरमेंक्टिन दवा प्रयोग करनी चाहिए।

कोविड-19 संक्रमित के उपचार के लिये

कोविड-19 वायरस से संक्रमित लक्षण रहित मरीज व हल्के लक्षण वाले पेशेंट को पहले तीन दिन तक खाना खाने के दो घंटे बाद प्रतिदिन 12 मिलीग्राम दवा दी जानी चाहिए। इसके साथ ही हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा पांच दिन तक दिन में दो बार दी जानी चाहिए।

गर्भवती महिलाओं को नही दी जा सकती दवा

इवरमेक्टिन दवा प्रेगनेंट महिलाओं और बच्चों को फीडिंग कराने वाली महिलाओं तथा दो वर्ष से कम के बच्चों को नहीं दिये जाने के निर्देश हैं। इसके साथ ही डॉक्सीसाइक्लिन दवा भी प्रेगनेंट और बच्चों को फीडिंग कराने वाली महिलाओं और 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों नहीं देने के निर्देश हैं।

वायरस को कम करने के लिये इवरमेक्टिन दवा का उपयोग किया जा रहा है। इसके अब तक ठीक रिजल्ट देखने को मिल रहे हैं। इस दवा की अच्छी बात यह है कि इसके कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिल रहे हैं। कोविड-19 के पेशेंट्स को इवरमेक्टिन के साथ हाइड्रोक्सीक्लोक्विन भी दी जा रही है।

-डॉ। अजीत सिंह चाहर, मेडसिन डिपार्टमेंट, एसएनएमसी

Posted By: Inextlive