ताज ईस्ट ड्रेन के निर्माण को मिली एनओसी
- फतेहाबाद रोड का सौन्दर्यीकरण अधर में
- 26 करोड़ की लागत से तैयार किया जाना है ड्रेन - फतेहाबाद रोड पर कई कार्यो को अधृूरा छोड़ाआगरा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर ताज ईस्ट ड्रेन का निर्माण जल्द ही रफ्तार पकड़ सकेगा, लेकिन फतेहाबाद रोड पर सौन्दर्यीकरण का काम अधर में पड़ा हुआ है। कई स्थानों पर नाले की बाउंड्रीवॉल पर लोहे की सरिया निकली हुई है। इनसे हादसे का खतरा बना रहता है। इसके अलावा लैंड स्कैपिंग, फुटपाथ और नाला निर्माण का कार्य अधर में है। 26 करोड़ की लागत से बन रहा ताज ईस्ट ड्रेन को डीएफओ की अनुमति तो मिल चुकी है, लेकिन अभी निर्माण कार्य रफ्तार नहीं पकड़ सका है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सात किमी। लंबा नाला बनाया जा रहा है। लैंड के लीज प्रोसेसिंग एग्रीमेंट का काम पूरा हो चुका है, लेकिन काम रफ्तार नहीं पकड़ सका है। इस बारे में स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि अनुमति मिल चुकी है।
26 करोड़ से बनेगाताज के पूर्वी गेट की ओर के एरियाज और आसपास जलभराव को रोकने के लिए 26 करोड़ की लागत से नाले का निर्माण किया जा रहा है। इसमें सात किमी। में अभी 2.8 किमी। नाला ही तैयार हो सका है। अब एनओसी मिलने के बाद काम शुरू हुआ है। लेकिन अभी तक काम रफ्तार नहीं पकड़ सका है। हालांकि इस बार बारिश में लोगों को जलभराव से छुटकारा नहीं मिल सकेगा। बता दें कि स्मार्ट सिटी के तहत अभी तक 6 प्रोजेक्ट पर काम पूरा किया जा चुका है। कुल 19 प्रोजेक्ट हैं। इसमें 6 पूरे किए जा चुके हैं। अभी 15 प्रोजेक्ट रनिंग में हैं। हालांकि अभी तक फतेहाबाद रोड पर 5 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।
बॉक्स में एएमयू ने शुरू किया सर्वे का काम अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवíसटी ने वाटर ट्रीटमेंट साइकिल के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया है। ये तकनीकी फ्रेंच टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इसमें वाटर का री साइकिल ट्रीटमेंट किया जाएगा। 441 करोड़ में 337 करोड़ खर्च स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत केन्द्रांश और राज्यांश से अभी तक 441 करोड़ की धनराशि मुहैया कराई जा चुकी है। इसमें अभी तक 337 करोड़ ही खर्च हो पाए हैं। बड़ा सवाल ये है कि बजट खर्च हो भी तो कैसे, निर्माण की निर्धारित तिथि समाप्त होने के बाद भी काम आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। तकनीकी कमेटी का भी लाभ नहींस्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में तेजी लाने के लिए तकनीकी कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी को गठित करने के पीछे मुख्य कारण था कि प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में तकनीकी दिक्कत न आए। तकनीकी कमेटी इसका निस्तारण करेगी। इसमें राज्य मिशन निदेशक स्मार्ट सिटी, अपर निदेशक क्षेत्रीय नगरीय पर्यावरण, मुख्य अभियंता नगर निगम, स्मार्ट सिटी के वरिष्ठतम अभियंता, आईटी कंप्यूटर क्षेत्र के सीनियर टेक्निकल डायरेक्टर एनआईसी यूपी, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग, मुख्य अभियंता जल निगम, को तकनीकी कमेटी में रखा गया है। लेकिन जिस तरीके से लाभ मिलना चाहिए था। उस तरीके से कमेटी का लाभ प्रोजेक्ट के इंप्लीमेंटेशन में नहीं मिल पा रहा है।
प्रोजेक्ट्स पर एक नजर - 1000 करोड़ कुल स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट - 5 वर्ष में पूरे किए जाने हैं विकास कार्य - 23 परियोजनाएं तैयार हो चुकी हैं - 19 परियोजनाएं है स्मार्ट सिटी की - 441 करोड़ स्मार्ट सिटी के तहत अभी तक प्राप्त हो चुके हैं -337 करोड़ किए जा चुके हैं खर्च -एक प्रोजेक्ट पैन सिटी का 18 प्रोजेक्ट एबीडी के हैं। - फतेहाबाद रोड पर 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है - 35 लाख स्मार्ट सिटी के ऑफिस पर हो चुके हैं खर्च - 2.39 करोड़ कंपनी के रजिस्ट्रेशन पर खर्च हुए- एक लाख रुपये हर महीने सेलरी पर हो रहे खर्च
रुके हैं ये काम - 52.30 करोड़ से फतेहाबाद रोड का सुंदरीकरण व डक्ट का कार्य - 03.17 करोड़ से हेरिटेज वॉक-वे का विकास - 03.81 करोड़ की लागत से स्ट्रीट वेंडिंग जोन वर्जन ताज ईस्ट ड्रेन के निर्माण के लिए एनओसी मिल चुकी है। इस पर काम शुरू हो गया है। मार्च 2021 तक काम पूरा कर लिया जाएगा। वहीं, फतेहाबाद रोड पर काम चल रहा है। इसमें फिनिशिंग का काम भी किया जाएगा। इससे कोई सरिया आदि बाहर न निकले। आनंद मेनन, प्रोजेक्ट मैनेजर स्मार्ट सिटी आगरा