मां की भक्ति में सुरक्षा की अनदेखी
गली-गली में बने हैं पंडालनवरात्र के मौके पर सिटी में भी दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित क रने की परंपरा है। इस परंपरा क ो आगे बढ़ाने के साथ ही सबसे अलग देवी दरबार सजाने की भी प्रतिस्पर्धा शुरू हो चुक है। कि सी ने बंगाल की जीवनशैली क ो पंडाल में जीवंत बनाने की क ोशिश की है तो कि सी ने पहाड़ों वाली माता की गुफा के मॉडल पर अपना देवी का पंडाल तैयार क रवाया है। कु छ पंडालों क ो देश के प्रसिद्ध मंदिरों क ा लुक देने की क ोशिश हुई है। कुछ ही हैं बड़े पंडाल
बल्केश्वर में देवी का पंडाल सजा हुआ है। कैलाश मंदिर, रकाबगंज एंग्लो बंगाली मंदिर और सदर में भी दुर्गा मां का भव्य पंडाल सजाया गया है। लेकिन किसी भी पंडाल पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं। दिन में ये पंडाल सुनसान पड़े रहते हैं। कमेटी के नाम पर इलाके के कुछ लोग ही शामिल हैं। अधिकतर ने प्रशासन से परमीशन तक नहीं ली है। पुलिस ने भी फॉरमल्टी के तौर पर नाम पते दर्ज कर रखे हैं।
वेडनसडे रात को ईदगाह कटघर में फोटो खींचने के चक्कर में देवी के पंडाल पर दो पक्षों में पथराव हो गया था। हर गली में छोटे-छोटे पंडाल सजे हुए हैं। दिन में इनके पास कोई भी नहीं रहता। कोई भी किसी तरह की मूर्ति के साथ छेड़छाड़ करके चला जाए। इसका कोई इंतजाम नहीं हैं।1. सिक्योरिटी गार्ड कोई नहीं है2. कमेटी दो-चार होतें हैं मेंबर्स3. सीसीटीवी कै मरे नहीं लगा है एक भी कैमरा4. गेट की संख्या एक 5. फायर इंतजामकोई नहीं6. पार्कि ंग व्यवस्था नहीं हैरोड पर है पॉर्किंगरात में रहती है भीड़दुर्गा पूजा पंडालों में दर्शन-पूजन के लिए आने वालों के लिए तमाम तरह क व्यवस्था की गई है। क हीं मेला लगेगा तो क हीं आसपास दुक ानें लगवाई जा रही हैं। हर कि सी की कोशिश है ज्यादा से ज्यादा टाइम उन्हीं के यहां स्पेंड क रे। इस कारण बच्चों से लेक र बड़ों तक क ा ख्याल रखा गया है। मेले में आने वालों क ो कि सी तरह की परेशानी न हो इसक ा पूरा ख्याल रखा जा रहा है। बच्चों से लेक र बड़ों तक के लिए खास इंतेजामात कि ए गए हैं।
बल्केश्वर के शनिदेव मंदिर के पास पार्क में देवी का पंडाल सजाया गया है। पूर शहर में ये पड़ा पंडाल है, जहां चार गेट बनाए गए हैं। कमेटी के लोगों ने सभी गेटों पर दो-दो गार्ड को लगाया है। दस कमेटी के लोग भी अलग से सिक्योरिटी के लिए रहते हैं। पुलिस की चीता मोबाइल भी राउंड लगा रही है।तपन कुमार डे-कमेटी प्रैसीडेंटबल्केश्वर मां के पंडाल की सिक्योरिटी को हमने दस गार्ड सिक्योरिटी लगवाए हैं। चार गेट बनाए हैं।सुरजीत राव-एग्लो बंगालीहमने पुलिस से सिक्योरिटी मांगी थी। तो उन्होंने कह दिया कि पूरा थाने सामने है। चार सिक्योरिटी गार्ड लगा रखे हैं.