सदर थाना क्षेत्र में 9 दिन से धरने पर बैठे बुजुर्ग दंपति ने पुलिस से इच्छा मृत्यु की गुहार की है. आरोप है कि बुजुर्ग दंपति को जबरन उनकी प्रॉपर्टी से बेदखल किया है. उनकी मांग है कि पुलिस मकान और दुकान को खाली करवाने के बाद उनको कब्जा दिलाए. इस संबंध में कंप्लेन के बाद सुनवाई नहीं होने पर बुजुर्ग दंपति में पुलिस प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है.

आगरा. सदर थाना क्षेत्र के देवरी रोड के सिंहो का नगला में रहने वाले 75 वर्षीय लखमीचंद और उनकी पत्नी शारदा कड़ाके ठंड में अपने घर के बाहर धरने पर बैठे हैं। बुजुर्ग लखमीचंद रिटायर्ड राज्यकर्मी हैं, वर्ष 2013 में बच्चों के खराब व्यवहार के चलते उन्होंने अपने बेटों को संपत्ति से बेदखल कर दिया था। अपने बच्चों सेे परेशान होकर वे घर से निकल गए और किराए के मकान में रहने लगे। उनकी पत्नी को हार्ड पेशेंट हैं। उनको लखमीचंद को भी पैरालाइसिस का अटैक पड़ चुका है। खुद भी चलने फिरने में सक्षम नहीं हैं।


बेटे और बहुएं करती हैं खराब व्यवहार
बुजुर्ग लखमीचंद ने बताया कि बेटों के लिए मकान और दुकान से लेकर पढ़ाई की जिम्मेदारी को भी निभाया, लेकिन शादी के बाद अचानक बेटों का व्यवहार उनके प्रति बदल गया। साथ ही पुत्रवधू भी गलत तरीके से व्यवहार करने लगीं, ऐसे में जब इसका विरोध किया गया तो बेटों ने बजाय अपनी पत्नियों को समझाने के माता-पिता का ही विरोध करना शुरू कर दिया। जब बात आगे बढऩे लगी तो घर भी छोड़ दिया था।

मकान और तीन दुकान हो वापस
धरने पर बैठे बुजुर्ग दंपति की मांग है कि उनकी संपत्ति मकान और तीन दुकानें उनके हवाले कर दी जाए। कमरे के पास दीवार उठाकर उनका पोर्सन अलग कर दिया जाए। इसको लेकर बुजुर्ग दंपति ने एसएसपी सुधीर कुमार सिंह को पत्र लिखकर कंप्लेन की है, लेकिन उनकी शिकायत को संज्ञान नहीं लिया गया है। इससे बुजुर्ग दंपति में खासी नाराजगी है।

स्टांप पर की एसएसपी से कंप्लेन
बुजुर्ग दंपति ने पुलिस के आलाधिकारियों से स्टांप पेपर पर अपनी कंप्लेन लिखकर इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। इस संबंध में उन्होंने शपथ पत्र भी जारी कर दिया है, जिसमें मकान और तीन दुकानों को खाली कराने के लिए कहा है। वहीं बेटों को प्रॉपर्टी से बेदखल करने की बात कही है, ऐसा नहीं करने पर उन्होंने इच्छा मृत्यु की मांग की है।

नौ दिन से बैठे हैं घर के बाहर
कड़ाके ठंड होने के बाद भी लखमीचंद और उनकी पत्नी बीते नौ दिनों से धरने पर बैठेे हैं। उनकी मांग है कि जल्द से जल्द उनकी समस्या का समाधान किया जाए। अगर आलाधिकारी नहीं सुनेंगे तो वह आगे का रास्ता भी देखेंगे।

वर्जन
मकान और दुकान पर कब्जा दिलाने का कार्य पुलिस का नहीं है, मामला संज्ञान में आया है, बुजुर्ग दंपति और उनके बेटों के बीच राजीनामा के प्रयास किए जा रहे हैं. -धर्मेन्द्र दाहिया, थाना प्रभारी

Posted By: Inextlive