शहर में नहीं चल सकेंगे यूरो-2 लोडर टेंपो
- सीएनजी नहीं कराए तो 35 सौ यूरो-2 शहर में नहीं देंगे दिखाई
- 30 अक्टूबर तक का दिया गया है समय आगरा। शहर की सड़कों पर अब यूरो-2 (लोडिंग ऑटो)दिखाई नहीं देंगे। मंगलवार को अपर जिलाधिकारी (नगर) राजेश कुमार श्रीवास्तव ने ऑटो एसोसिएशन के साथ बैठक कर अपनी शर्तो से अवगत करा दिया है। इस मौके पर आरटीओ भी मौजूद थे। वर्ष 2010 तक के यूरो-2 पर होगी कार्रवाईवर्ष 2010 मॉडल के यूरो-2 शहर की किसी सड़क पर दिखाई नहीं देंगे। इसका कारण पॉल्यूशन है। अपर जिलाधिकारी ने बताया कि ये यूरो-2 उस स्थिति में ही चल सकते हैं, जब उन्हें सीएनजी में कंवर्ट करा लिया जाए। ऑटो एसोसिएशन के अध्यक्ष ने अपर जिलाधिकारी से समय मांगा है। उसका तर्क था कि सीएनजी में कंवर्ट कराए जाने में समय लगेगा और पैसा भी। किसी के पास अगर पैसा नहीं है तो इंतजाम भी करेगा। इसके बाद ही कंवर्ट कराया जाना संभव हो सकेगा।
अक्टूबर तक का दिया है समयऑटो एसोसिएशन के अध्यक्ष के अनुरोध पर अपर जिलाधिकारी ने अक्टूबर माह तक का समय दिया है। उन्होंने कहा कि हर हाल में 30 अक्टूबर तक सीएनजी में कंवर्ट करा लिया जाए। अन्यथा की स्थिति में यूरो-2 को सीज कर दिया जाएगा। हालांकि एसोसिएशन के अध्यक्ष ने दिसंबर माह तक का समय मांगा था। उन्होंने तर्क दिया कि यूरो-2 की संख्या करीब 35 सौ है। जिन्हें कंवर्ट होने में भी समय लगेगा। लेकिन अपर जिलाधिकारी नगर राजेश कुमार श्रीवास्तव ने अक्टूबर से ज्यादा का समय नहीं दिया है।
ये थे मौजूद बैठक में अपर जिलाधिकारी नगर राजेश कुमार श्रीवास्तव, आरटीओ अशोक कुमार, एसपी टै्रफिक राजेश कुमार और ऑटो एसोसिएशन के पदाधिकारी आदि मौजूद थे।