एत्माद्दौला क्षेत्र के पीलाखार में मंगलवार सुबह सूत का पट्टा बनाने वाली फैक्ट्री में भीषण आग लग गई. लपटों में महिला चौकीदार और उसकी बेटी फंस गईं. आग काबू में आने पर दोनों को बेहोशी की हालत में निकाला गया. एक अन्य कर्मचारी ने पहली मंजिल से कूदकर जान बचाई. करीब चार घंटे कड़ी मशक्कत के बाद 12 दमकल लपटों पर काबू पा सकीं.


आगरा (ब्यूरो)। कमला नगर के नटराजपुरम निवासी शिव कुमार जैन की पीलाखार में सूत का पट्टा बनाने की फैक्ट्री है। इसमें गार्ड रूम में महिला चौकीदार ङ्क्षपकी और उनकी बेटी ज्योति सो रही थीं। कर्मचारी मुलायम फस्र्ट फ्लोर पर बने कमरे में सो रहा था। मंगलवार सुबह चार बजे अचानक फैक्ट्री में आग लग गई। थोड़ी देर में ही आग ने विकराल रूप ले लिया। आसपास के लोगों ने प्रयास किए, लेकिन आग काबू में नहीं आई। मुलायम ने फस्र्ट फ्लोर से नीचे कूदकर अपनी जान बचाई। पुलिस और दमकलकर्मी मौके पर पहुंच गए। करीब आधा घंटे बाद दमकलकर्मियों ने आग को काबू में कर लिया। गैस कटर से गेट की कुंडी काटकर ङ्क्षपकी और उसकी बेटी ज्योति को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया। उनके हाथ झुलस गए थे। दोनों को हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया।

गैस एजेंसी में अफरातफरी
फैक्ट्री में धमाके के साथ दीवार ढह गई। मलबा गैस एजेंसी गोदाम के बाहर खड़े सिलेंडर से भरे ट्रक पर जा गिरा। इससे गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। लपटों के फैक्ट्री से सटी गैस एजेंसी के गोदाम तक पहुंचने की आशंका में वहां रखे एक हजार सिलेंडरों को बाहर निकलवाया गया। भीषण आग को देखते हुए 12 दमकल मौके पर बुलाई गईं। सुबह आठ बजे तक आग बुझ सकी।

"दमकलकर्मियों ने 30 मिनट में आग को काबू में कर लिया था। पूरी तरह से आग बुझाने में समय लगा। आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। "
देवेंद्र शंकर पांडेय, इंस्पेक्टर, एत्माद्दौला

Posted By: Inextlive