सरकारी विभागों के काम करने के तरीकों को कौन नहीं जनता. लेकिन इनके कर्मचारी खुद की सुरक्षा को लेकर ही गंभीर नहीं हैं. इन जगहों पर सबसे अधिक भीड़भाड़ रहती है. यहां जिला स्तर के अफसर बैठते हैं लेकिन उनकी सुरक्षा राम भरोसे है. शहर के सिंधी मार्केट में गत दिनों भीषण अग्निकांड हुआ था. इसके बाद भी जिम्मेदारों ने इस घटना से सबक नहीं लिया. सरकारी विभागों में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं. इस बारे में शनिवार को दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट की टीम ने कई सरकारी ऑफिस में इसकी पड़ताल की. सरकारी ऑफिस की हकीकत को बयां करती एक रिपोर्ट

आगरा.( ब्यूरो ) भीषण गर्मी में आग लगने का खतरा बहुत रहता है। गर्मियों में आग लगने की कई घटनाएं भी होती हैं। बुधवार को सिंधी बाजार में आग लग गई। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड विभाग को लगभग 14 घंटे मशक्क्त करनी पड़ी। आग की वजह से करोड़ों का नुकसान भी हुआ। आग लगने की घटना के बाद भी जिम्मेदार नहीं चेते। इसकी एक बानगी सरकारी दफ्तरों में दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट की टीम की पड़ताल में नजर आयी। इस दौरान सरकारी ऑफिस में कर्मचारी खुद की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर नहीं हैं। कई विभागों में तो आग बुझाने के उपकरण नहीं हैं। तो किसी विभाग के अग्निशमन उपकरण खराब पड़े हैं।

ये थे हालात

शनिवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने सरकारी विभागों में आग से बचाने के इंतज़ामों को लेकर पड़ताल की। दो विभागों में आग से बचने के इंतज़ाम एकदम दुरुस्त थे। तो जिला मुख्यालय में तो आग से बचने के कोई उपकरण ही मौजूद नहीं है। इसके अलावा शिक्षा से जुड़े एक विभाग में तो फायर उपकरण नहीं थे.् यहां एक आग लगा हुआ एसी जरूर रखा था। जबकि दो दिन पहले ही शहर में बड़ा अग्निकांड हुआ था उसकी वजह भी एसी था।

स्थान: कलक्ट्रेट
समय: दोपहर 2 बजे
स्थिति- फायर उपकरण ही मौजूद नहीं
आसमान से बरस रही आग के बीच टीम कलक्ट्रेट परिसर में पहुंची.अपने-अपने चैम्बर में बैठे कर्मचारियों की संख्या दूसरे दिन से अपेक्षाकृत कम थी। यहां अलग अलग विभागों के अफसर बैठते हैं। पुरे कलक्ट्रेट परिसर में काफी देर खोजबीन करने के बाद आईनेक्सट की टीम को फायर उपकरण नहीं मिले जब एक दो कर्मचारियों से पूछा गया जबाव मिला यहां कोई इंतज़ाम नहीं है। बड़ा सवाल ये है कि जहां से जिले का संचालन किया जाता है। जिस परिसर में जिले के सबसे बड़े हुक्मरान बैठते हैं। वहां ही आग से बचने के इंतजामात नहीं हैं, तो अन्य विभाग की तो बात छोडि़ए। एसी जगह-जगह चालू थे। दीवारों पर तारों का जाल बना हुआ था। एक और कर्मचारी से हमने पानी के लिए पूछा तो जबाव मिला यहां पानी पीने के लिए तो है। नहीं आग बुझाने के लिए कहां से आएगा।

स्थान:बीएसए ऑफिस पचकुइंयां
समय 3 बजे
स्थिति-फायर उपकरण नदारद, कोई व्यवस्था नहीं।
दफ्तर सुनसान था। कुछ कर्मचारी बैठे काम कर रहे थे। यहां नीचे बीएसए ऑफिस है और दूसरे तल पर स्कूल है। आग बुझाने के लिए कोई इंतज़ाम नहीं यहां तक कि फायर उपकरण तक मौजूद नहीं। सिंधी मार्केट में एसी एयर कंडीशनर का कंप्रेसर फटने की वजह से आग लगी थी। यहां भी एक एसी रखा हुआ था जो आग लगने के बाद खराब हो गया था।


स्थान: सीडीओ ऑफिस
समय: दोपहर एक बजे

स्थिति फायर उपकरण मौजूद हाइडेंट प्वाइंट भी मौजूद।

-फायर उपकरण के साथ फायर एक्जीवेटर और हाइडेंट प्वाइंट मौजूद मिले। हर जगह पानी की व्यवस्था थी, जिसको आपात स्थिति में यूज कर सकते हैं। दफ्तर में कुछ लोग मौजूद थे। ग्राउंड फ्लोर से लेकर ऊपर तक हर एक फ्लोर पर पानी की उचित व्यवस्था हाइडेंट प्वाइंट मौजूद सभी फायर उपकरण पूरी सुरक्षा और मानकों के साथ मौजूद थे। किसी भी आपात स्थिति के लिए हर जगह पानी की व्यवस्था थी।

- स्थान: नगर निगम आगरा
-समय: 1.30 बजे
फायर एक्सटिंग्युशर तो थे, लेकिन एक्सपाइयरी डेट के, पानी के पाइप का अता-पता नहीं
नगर निगम में बाकी दिनों की अपेक्षाकृत भीड़ कम थी। दफ्तर में फायर उपकरण तो मौजूद थे लेकिन उनकी तिथि निकल चुकी थी यानी कि वे किसी भी आपात स्थिति में काम नहीं करेंगे। इसके अलावा फायर उपकरण मौजूद थे लेकिन टूटे फूटे थे इसके अलावा हाइड्रेंट प्वाइंट मौजूद था। लेकिन इसके लिए पाइप नहीं थे जब पाइप ही नहीं है तो पानी कहां से आएगा आपात स्थिति के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी।

स्थान: जिला अस्पताल आगरा
समय: 3.30 बजे
-आग बुझाने के इंतज़ाम मौजूद, पानी की व्यवस्था भी थी

-नवनिर्मित बिल्डिंग में फायर उपकरण मौजूद थे। इसके अलावा पानी के लिए हर फ्लोर पर व्यवस्था थी। सभी प्वाइंट पर पानी मौजूद था फायर सिलेंडर मौजूद थे जो सही कंडीशन में थे।

क्या कहता है नियम

-किसी भी सरकारी गैर सरकारी कार्यालय और कमर्शियल कार्यालय में आग बुझाने के लिए उपकरण होना अनिवार्य है। हर जगह अग्निशमक उपकरण होना भी अनिवार्य है। समय पर फायर विभाग द्वारा इनकी चेकिंग की जाती है और इनको नोटिस दिए जाते हैं। विभाग अभियान भी चलाता है लेकिन सरकारी कार्यालयों को चेक नहीं कर पाता न ही इन विभागों के कार्यालयों में आग बुझाने के इंतज़ामों पर ध्यान दिया जाता है।

ये हैं आकंड़े
- 7 फायर स्टेशन
- हाई प्रेशर क्षमता 2000 लीटर 7 स्वीकृत हैं, 1 उपलब्ध
- वाटर मिस्ड, 9 स्वीकृत हैं, 6 उपलब्ध
- वाटर टेंडर 2000-2500 लीटर, 9 स्वीकृत, 3 उपलब्ध
- वाटर टेंडर 4500-5000 लीटर, 10 स्वीकृत, 7 उपलब्ध
- वाटर वाउजर 8000-12000 लीटर, 3 उपलब्ध
- 1 हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म 1 उपलब्ध

-समय समय पर सरकारी विभागों द्वारा हमको पत्र जारी किया जाता है। इसके बाद हम ऑडिट करते हैं। विभाग द्वारा शहर भर में अभियान चला कर चेकिंग की जा रही है। जहां भी कमी होगी उनको दुरुस्त कराया जायेगा।

देवेंद्र सिंह सीएफओ आगरा

Posted By: Inextlive