-कोरोना पेशेंट्स को मिल सकेंगी यहां पर सभी जरूरी सुविधाएं

-जरूरत पड़ने पर डायलिसिस और ऑपरेशन भी हो सकेगा

आगरा : कोरोनावायरस से जंग में बेहतर प्रयासों को लेकर आगरा ने एक कदम और आगे बढ़ाया है। एक और फैसिलिटी जुड़ गई है। आगरा में कोरोनावायरस के मरीजों के इलाज के लिए अलग से कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है। यह प्रदेश का पहला कोविड हॉस्पिटल है। एसएन मेडिकल कॉलेज कैंपस की एमसीएच यानि स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की 100 बेड की बि¨ल्डग में इस कोविड हॉस्पिटल को बनाया गया है।

यहां मिलेंगी इमरजेंसी सेवा

100 बेड के कोविड हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स का यहां पर अलग से इलाज हो सकेगा। यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों की डायलिसिस, डिलिवरी सहित अन्य इमरजेंसी सेवाएं मिलेंगी। कोविड हॉस्पिटल में गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू की भी सुविधा है। यहां पर गंभीर मरीजों को एडमिट किया जा सकेगा। फिलहाल कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स को एसएन के इमरजेंसी ¨वग में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है और उनका यहीं पर इलाज चल रहा है। यहां पर 44 कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स एडमिट हैं। यहां पर इन्हें आइसोलेशन में रखा गया है और गंभीर कोरोना मरीजों का भी उपचार यहीं पर हो रहा है। कोविड हॉस्पिटल के खुलने के बाद गंभीर मरीजों का इलाज यहां पर ही होगा।

डब्लूएचओ की टीम ने दी हरी झंडी

एसएन मेडिकल कॉलेज में बने कोविड हॉस्पिटल का व‌र्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की टीम ने इंस्पेक्शन किया। हॉस्पिटल की सुविधाओं को देख वे संतुष्ट हुए। इसके बाद डब्लूएचओ की टीम ने कोविड हॉस्पिटल को हरी झंडी दे दी। इंस्पेक्शन के दौरान डब्लूएचओ की टीम ने कोविड हॉस्पिटल में कुछ अन्य सुविधाओं के लिए सुझाव भी दिए। इन सुझावों पर काम जारी है।

कराई गई मॉक ड्रिल

कोविड हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स का इलाज होगा। उनके इलाज के लिए एक्स्ट्रा सेफ्टी की जरूरत हैं, क्योंकि कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता है। इसलिए यहां पर मॉकड्रिल भी कराई गई। इस मॉक ड्रिल में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारियों ने पाíटसिपेट किया। मॉकड्रिल के दौरान कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स को हॉस्पिटल लाने से लेकर एडमिट करने तक की मॉकड्रिल कराई गई। एंबुलेंस से पेशेंट को किस प्रकार से सावधानीपूर्वक उतारना है और खुद की सेफ्टी करते हुए पेशेंट को अंदर वार्ड तक ले जाना है और उसे एडमिट करना है। मॉकड्रिल में इस सबकी रिहर्सल हुई। इस मॉकड्रिल के दौरान लखनऊ से आई हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम सहित एसएन के प्राचार्य मौजूद रहे।

शिफ्ट हुआ स्त्री रोग विभाग

एमसीएच बि¨ल्डग में अबतक स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग चलता था। लेकिन अब उसे लेडी लॉयल की एमसीएच ¨वग में शिफ्ट कर दिया गया है। अब इस बि¨ल्डग में 100 बेड का कोविड हॉस्पिटल खोला गया है। यहां पर कोविड के मरीजों का इलाज किया जाएगा।

ऑपरेशन भी हो सकेगा

एसएन में बने कोविड हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव पेशेंट्स का इलाज करने के लिए विशेष इंतजाम किये गए हैं। सामान्य तौर पर इन दिनों हॉस्पिटल्स में एहतियातन ओपीडी बंद कर दी गई हैं। लेकिन इस हॉस्पिटल में इमरजेंसी होने पर कोविड के पेशेंट्स का इलाज भी हो सकेगा। यहां पर कोरोना पॉजिटिव महिलाओं की डिलीवरी भी हो सकेगी। यहां पर डॉक्टर्स सुरक्षा के जरूरी इंक्विपमेंट्स पहनकर इलाज कर सकेंगे।

वेंटिलेटर की भी सुविधा

कोविड हॉस्पिटल में गंभीर कोरोना पेशेंट्स का इलाज करने के लिए कई इंतजाम हैं। यहां पर अधिक उम्र के पेशेंट्स या फिर गंभीर बीमारियों से जूझ रहे पेशेंट्स की ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर भी मिल सकेगा। कोरोनावायरस बुजुर्गों और गंभीर बीमारी से गुजर रहे मरीजों के लिए ज्यादा घातक साबित होता है। अस्थमा या दमा के मरीजों के लिये तो यह और भी ज्यादा घातक होता है कोरोनावायरस पेशेंट्स के रैस्पिरेटरी सिस्टम पर सीधा अटैक करता है और ऑर्गन फेलियर तक की स्थिति में लाकर खड़ा कर देता है। ऐसे में पेशेंट को लाइफ सपोर्ट सिस्टम या वेंटिलेटर की सुविधा चाहिए होती है। एसएन में बने कोविड हॉस्पिटल में 12 बेड्स पर वेंटिलेटर की सुविधा अवेलेबल है। इसके साथ ही यहां पर दो आईसीयू वार्ड अलग से बनाए गए हैं।

शिफ्ट में होगी ड्यूटी

कोविड हॉस्पिटल में डॉक्टर्स और स्टाफ तीन शिफ्ट में ड्यूटी देंगे। पहली शिफ्ट में सुबह आठ से शाम चार बजे तक, दूसरी शिफ्ट में शाम चार बजे से रात दस बजे तक और तीसरी शिफ्ट रात दस से सुबह आठ बजे तक चलेगी।

कड़ी होगी सिक्योरिटी

कोविड हॉस्पिटल में सिक्योरिटी एकदम टाइट होगी। पूरे हॉस्पिटल को सीसीटीवी से लैस किया गया है। यहां पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाया गया है। हॉस्पिटल में हर गतिविधि को सीसीटीवी की मदद से देखा जा सकेगा।

वर्जन--

कोविड हॉस्पिटल में हम कोरोना से संक्रमित पेशेंट्स का इलाज बेहतर तरीके से कर पाएंगे। यहां पर हम पेशेंट्स को इमरजेंसी सेवा भी दे सकेंगे। डब्लूएचओ के स्टैंडर्ड के हिसाब से यहां पर सभी जरूरी संसाधन जुटा लिए गए हैं। यहां कोरोना पेशेंट्स के लिए ऑपरेशन से लेकर डायलिसिस की सुविधा अवेलेबल होगी।

-डॉ। मुकेश कुमार वत्स, सीएमओ

एसएन की पूरी टीम दिन-रात कोरोना पेशेंट्स का इलाज कर रही है। हमारा पूरा प्रयास है कि सभी मरीजों को पूर्ण तरीके स्वस्थ करके घर भेजें। हमारे डॉक्टर्स, पैथोलॉजिस्ट्स सहित सभी कर्मचारी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।

-डॉ। जीके अनेजा, ¨प्रसिपल एसएनएमसी

Posted By: Inextlive