आगरा: श्री पारस हॉस्पिटल के सीसीटीवी का डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकार्डर) सोमवार को न्यू आगरा पुलिस ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा दिया। पुलिस ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों से 26, 27 व 28 अप्रैल के अलावा 16 मई की भी रिकार्डिंग रिकवर करने को आग्रह किया है। 16 मई को जीवनी मंडी का युवक हॉस्पिटल गया था। इसलिए पुलिस ने उस दिन की भी रिकार्डिंग निकलवाई है।

पुलिस ने दर्ज किए बयान

इंस्पेक्टर न्यू आगरा भूपेंद्र बालियान ने बताया कि जो वीडियो वायरल हुआ में उसमें डॉ। अ¨रजय जैन के अलावा मैनपुरी के प्रधान मनोज यादव नजर आ रहे हैं। 28 अप्रैल को मनोज यादव डॉ। अ¨रजय से मिलने आए थे। इसलिए अंदाजा लगाया गया कि वीडियो 28 अप्रैल की शाम पांच से छह बजे के बीच बना है। डॉक्टर ने पुलिस को यह भी बताया कि उस दौरान ओपीडी असिस्टेंट जितेंद्र, एमआर अनिल भी कमरे में मौजूद थे। दो अन्य लोग मिलने आए थे। वे कौन थे यह उन्हें याद नहीं है? पुलिस ने सभी के बयान दर्ज कर लिए। मनोज यादव ने भी यह बयान दिया

था कि वीडियो 28 अप्रैल की शाम का है। पुलिस ने उनकी लोकेशन चेक की। 28 अप्रैल की दोपहर 12 बजे वह आगरा में थे। इसके बाद मैनपुरी चले गए थे।

16 मई की मांगी रिकार्डिग

इंस्पेक्टर न्यू आगरा ने बताया कि पिछले दिनों शक के आधार पर जीवनी मंडी निवासी एक युवक को पकड़ा था। उसका मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। युवक अपनी मां के इलाज के लिए हॉस्पीटल में गया था। कर्मचारियों ने उस पर शक जाहिर किया था। युवक के मोबाइल में पुलिस को वीडियो नहीं मिला था। वह युवक 16 मई को हॉस्पिटल गया था। इसलिए 16 मई की रिकार्डिंग भी मांगी गई है। पुलिस ने बताया कि डीवीआर से डिलीट रिकार्डिंग बरामद हो जाती है। इसलिए डीवीआर जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है।

Posted By: Inextlive