- मकान को लेकर भी चल रहा था पति से विवाद

- दूसरी पत्नी के साथ मकान में रहने की कहता था पति

आगरा। कूचा साधुराम में महिला और तीन बच्चों की हत्या में पुलिस की तफ्तीश जारी है। सनसनी सामूहिक हत्याकांड ने कई तरह के सवाल भी छोड़ दिए हैं, जिनका जवाब तलाशने में पुलिस जुटी हुई है। पिता विनोद राठौर ने भी दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से बातचीत के दौरान कई चौंकाने वाली जानकारी दीं।

दोनों के नाम से है लॉकर

पिता विनोद राठौर ने बताया कि बेटी रेखा राठौर और दामाद सुनील का एक बैंक में लॉकर था। लॉकर में दोनों के नाम से था। ऐसे में इसे खोलने के लिए दोनों की सहमति जरूरी थी। इसे लेकर भी रेखा और पति सुनील में टकराव होता था। पिता ने बताया कि कई बार सुनील आता था और बेटी से बोलता था कि चल लॉकर को खोल, लेकिन बेटी मना कर देती थी। तलाक लेने के बाद भी इसको लेकर कई बार सुनील बेटी के घर पर आया। इसे लेकर दोनों में कहासुनी भी हुई। अब लॉकर की मौजूदा स्थिति क्या है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। ये आगरा आने पर ही मैं बता पाऊंगा।

रेखा के नाम पर था मकान

पिता ने बताया कि सुनील और रेखा में तालाक हो चुका था। जिस मकान में रेखा अपने तीन बच्चों के साथ रह रही थी, वह उसी के नाम पर था। तलाक होने के बाद भी सुनील मकान पर अपना दावा जताता था। सुनील ने रेखा से तलाक लेने के बाद दूसरी शादी कर ली थी। वह जब भी रेखा के पास आता था तो उससे इसी मकान में रहने के लिए कहता था। रेखा इसका विरोध करती थी।

मजबूरी में दूसरा मकान लिया

पिता विनोद राठौर ने बताया कि बेटी रेखा हमेशा सुनील से कहती थी कि आप चाहो तो यहां रह सकते हो, लेकिन वह किसी को यहां नहीं रहने देगी। सुनील अपनी दूसरी पत्नी के साथ मकान में रहने की कहता था। जब बेटी नहीं मानी तो सुनील ने गुरुद्वारा माईथान के पास दूसरा मकान ले लिया। अब वह वहीं रहता है। लेकिन इसके बाद भी उसका बेटी से विवाद होता था।

मोबाइल उठाएगा घटना से पर्दा

पिता ने कहा कि बेटी का मोबाइल कई राज खोल सकता है। उसकी कॉल डिटेल निकाली जाए। पता लगाया जाए कि उससे आखिरी बार किसकी बात हुई थी। कौन उसे फोन कर रहा था? इससे काफी कुछ पता लग सकता है। सूत्रों की मानें तो घटनास्थल पर मोबाइल नहीं मिला है।

Posted By: Inextlive