आगरा : शहर की दुकानों में ताबड़तोड़ चोरियां गाजिबयाद का गैंग कर रहा था। वह वारदात करने के लिए महिला के साथ होटल में ठहरता था। कोतवाली पुलिस ने महिला समेत गिरोह के तीन सदस्यों को धूलियागंज से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। उनसे एक लाख 63 हजार रुपये बरामद किए गए हैं।

एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के नाम सैफ अली उर्फ शरीफ व स्नेता उर्फ नेहा निवासीगण शंकर विहार कालोनी, मिल्क गांव, लौनी, गाजियाबाद और सलीम उर्फ राजा निवासी चमन विहार, लौनी, गाजियाबाद हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह गाजियाबाद से परिवार समेत चोरी करने यहां आते हैं। साथी समीर की पत्नी नेहा साथ होने पर उन्हें होटल में आसानी से कमरा मिल जाता है। बाजारों में रेकी करने के लिए ताजगंज के तेलीपाड़ा निवासी पवन उन्हें स्कूटर देता है। वह दिन में रेकी करते हैं। शाम होते ही दुकानों को निशाना बना लेते हैं।

एसएसपी ने बताया कि गैंग ने कोतवाली क्षेत्र में दवा मार्केट में गिरधारी की दवा की दुकान और रावतपाड़ा में एक अन्य दुकान का शटर तोड़कर चोरी की थी। इसके अलावा मंटोला इलाके में सात और हरीपर्वत क्षेत्र में चार दुकानों के ताले तोड़े थे। आरोपियों से एक लाख 64 हजार रुपये और 950 ग्राम नशीला पाउडर बरामद किया गया है। उनके साथी समीर और पवन की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपियों के खिलाफ दिल्ली और गाजियाबाद में कई मुकदमे दर्ज हैं।

साप्ताहिक बंदी के दिन करते थे वारदात

आरोपी सैफ अली ने पुलिस को बताया कि गैंग साप्ताहिक बंदी के दिन दुकानों को निशाना बनाता था। वह एक दिन पहले बाजार में रेकी कर उन दुकानों को चिह्नित करता था, जहां भीड़ अधिक होती है। इससे दुकान की अच्छी बिक्री का अंदाजा हो जाता था। इसके बाद शाम को आठ से दस बजे के दौरान वहां चोरी करता था। क्योंकि इस समय चोरी का माल लेकर जाने में कोई शक नहीं करता। वहीं देर रात लौटने पर होटल वाले भी शक कर सकते थे।

शहरों में वारदात का बना रखा था रोटेशन

इंस्पेक्टर कोतवाली राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि गैंग शहरों मे रोटेशन बनाकर वारदात करता था। एक शहर में वारदात करने के बाद वहां करीब दो साल बाद पहुंचता था। आगरा में इस गैंग ने वर्ष 2019 में कई वारदात की थीं। गैंग सिर्फ दुकानों को ही निशाना बनाता है।

Posted By: Inextlive