चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बुधवार को जीवनी मंडी स्वास्थ्य केंद्र पर बच्चे को विटामिन-ए की पहली खुराक पिलाकर बाल स्वास्थ्य पोषण माह का उद्घाटन किया. इस अभियान में एक माह तक जनपद के बच्चों की सेहत को हेल्थ डिपार्टमेंट ट्रैक करेगा. घर-घर जाकर नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दी जाएगी. इसके साथ ही कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन भी किया जाएगा.

आगरा (ब्यूरो)। सीएमओ ने बताया कि बच्चों को कुपोषण से दूर रखने के लिए बाल स्वास्थ्य पोषण माह शुरू किया गया है। बाल सुरक्षा पोषण माह में नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक दी जाएगी। इसके साथ ही कुपोषित बच्चों का भी चिह्नांकन किया जाएगा और उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा जाएगा। बाल सुरक्षा पोषण माह में इस बार कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए बुधवार और शनिवार को लगने वाले वीएचएनडी (ग्रामीण स्वास्थ्य पोषण दिवस) और यूएचएनडी (शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस) पर ही बच्चों को एएनएम द्वारा विटामिन-ए की खुराक दी जाएगी।

बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। संजीव वर्मन ने बताया कि विटामिन-ए की खुराक से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। उन्होंने बताया कि आयोडीन युक्त नमक के सेवन व स्तनपान के बारे लोगों को जागरूक किया जाएगा। डॉ। वर्मन ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह में कुपोषित बच्चों की पहचान कर पोषण पुनर्वास केंद्र में रेफर किया जाएगा। वहां पर उनका उपचार किया जाएगा, जिससे कि वे कुपोषित श्रेणी से बाहर आ सकें।

मृत्यु दर में कमी लाना भी उद्देश्य
जीवनी मंडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी डॉ। मेघना शर्मा ने बताया कि नौ माह से पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों में रोगों से लडऩे की क्षमता में वृद्धि करना, पांच वर्ष तक के बच्चों में मृत्यु दर में कमी लाना, रतौधी से बचाव, कुपोषण से बचाव और उपचार, नियमित टीकाकरण के दौरान बच्चों के साथ आंशिक ड्रॉपआउट का प्रतिरक्षण, आयोडीनयुक्त नमक के प्रयोग से बच्चों में शारीरिक एवं विकृतियों की कमी, बच्चों के वजन और चिह्नित अतिकुपोषित बच्चों के संदर्भ में छह महीने तक स्तनपान और छह महीने बाद पूरक आहार को बढ़ावा देना, आयोडीन युक्त नमक के प्रयोग के लिए समुदाय को जागरूक करना इस अभियान का उद्देश्य है।

ये रहे मौजूद
बाल स्वास्थ्य पोषण माह के उदघाटन कार्यक्रम में सीएमओ डॉ। अरुण श्रीवास्तव, डीआईओ डॉ। संजीव वर्मन, यूपीएचसी जीवनीमंडी की प्रभारी डॉ। मेघना शर्मा, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ। बीएस चंदेल, यूनिसेफ के डीएमसी अमृतांशु राज, बीएसपीएम की नोडल विद्या वर्मा, सीफार संस्था की राना बी, बीपीएम लोकेंद्र तिवारी और जीवनीमंडी यूपीएचसी का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।

Posted By: Inextlive