- गैरसैंण में वायुसेना की टीम ने किया भूमि का निरीक्षण

गोपेश्वर (चमोली) : चीन सीमा से सटे उत्तराखंड में वायुसेना सुरक्षा तैयारियों को पुख्ता बनाने में जुटी है। चमोली जिले में प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में एमआई-17 हेलीकॉप्टर की लैडिंग के लिए हेलीपैड तैयार किया जा रहा है। गुरुवार को वायुसेना की टीम ने भूमि का निरीक्षण किया। प्रदेश में 345 किलोमीटर लंबी सीमा चीन से सटी है। सामरिक दृष्टि से यह क्षेत्र बेहद संवेदनशील है। चमोली जिले में करीब 30 वर्ग किलोमीटर में फैले बाड़ाहोती चारागाह में चीन के सैनिक कई बार अतिक्रमण कर चुके हैं। हालांकि सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के जाबांजों ने हर बार उनकी इस हिमाकत का मुंह तोड़ जवाब दिया है। लद्दाख में चीन के साथ हुए तनाव के बाद उत्तराखंड में वायुसेना की सक्रियता बढ़ी है। उत्तरकाशी से तीस किलोमीटर दूर चिन्यालीसौड़ में हवाई पट्टी का कार्य अंतिम चरण में है। यहां से चीन सीमा की हवाई दूरी महज 125 किलोमीटर है। इस हवाई पट्टी पर वायुसेना आपरेशन गगनशक्ति के तहत भी अभ्यास कर चुकी है। इसके अलावा अब चमोली में भी हेलीपैड बनाने की प्रक्रिया जारी है। ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अला दिया ने बताया कि इसके लिए 280 मीटर लंबा और 70 मीटर चौड़ा भूखंड चिह्नित किया गया है। उन्होंने बताया कि वायुसेना की टीम ने निरीक्षण कर लिया है। वायुसेना से हरी झंडी मिलने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

Posted By: Inextlive