अलर्ट: नेशनल हाईवे से गुजर रहे हैं तो निकलें संभलकर खंदारी से लेकर सिकंदरा के बीच हालात गंभीर होने से हो सकते हैं हादसे यू-टर्न और डिवाइडर पर बिना साइनेज के हाईवे पर दौड़ रहे हैवी वाहन.

आगरा (ब्यूरो)। हाईवे पर लोग फर्राटा भरना चाहते हैं। बिना हिचक के यात्रा करना चाहते हैं। लेकिन नेशनल हाईवे पर बाहर से आने वाले वाहन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। सिकंदरा और वार्टर वक्र्स के बीच कई स्थानों पर वाहन चालक हादसे का शिकार हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण रोड पर प्रॉपर साइनेज नहीं होना माना जा रहा है। हाईवे पर भटकने वाले राहगीरों को जानकारी के लिए स्थानीय लोगों की मदद लेनी पड़ती है। अक्सर हाईवे से गुजरने वाले वाहन हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच जाते हैं। एक दिन पूर्व बिना साइनेज के बाइक सवार की निर्माणाधीन फ्लाईओवर पर चढऩे से मौत हो गई। इसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए सोमवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा हाईवे का रियलिटी चेक किया गया, जहां हर पचास कदम की दूरी पर अव्यवस्था सामने आई, अगर, समय रहते हुए अव्यवस्थाओं को दुरुस्त नहीं कि या गया तो बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

न साइनेज, न स्पीड ब्रेकर
आगरा-मथुर हाईवे पर निर्माण कार्य होने से वाहन चालकों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हाईवे पर सिकंदरा की ओर से गुरुद्वारे के बाद करीब एक किलो मीटर दूरी पर हाईवे पर यू-टर्न बनाया गया है, जहां न तो साइनेज हैं न ही स्पीड ब्रेकर बने हैं। वहीं हाईवे पर फ्लाईओवर निर्माण कार्य के दौरान कहीं भी साइनेज नहीं हैं, इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं हर एक किलोमीटर की दूरी पर रैलिंग के बीच से लोगों का आवागमन जारी है, वाहनों का जमावड़ा भी तेज स्पीड से आने वाले वाहन चालकों को प्रभावित कर रहा है। हाइवे से लिंक रोड पर भी किसी प्रकार का कोई साइनेज नहीं है। जिससे मथुरा हाईवे से आने वाले वाहन चालकों को घंटो भटकना पड़ता है।

लिंक रोड पर भी नहीं लगे साइनेज
सिंकदरा से खंदारी की ओर हाईवे पर आते समय सर्विस रोड से जुड़े कई लिंक रोड बने हैं। जहां से वाहन चालक तेज स्पीड के साथ हाईवे से गुजरते हैं, वहीं लिंक रोड से हाईव पर आने वाले वाहन चालक भी तेज स्पीड से वाहनों को रोड पर दौड़ाने की कोशिश करते हैं, ऐसे में तेज स्पीड के साथ हाईवे से गुजर रहे वाहन और लिंक रोड से अचानक रोड पर आने वाले वाहन टकराने से दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं.गुरुद्वारे के सामने बने कट पर भी किसी प्रकार का साइन बोर्ड नहीं है। वहीं नीरव निकुंज और असोफा रोड और सेंट कॉनरेडस के सामने बने डिवाइडर पर किसी प्रकार का साइनेज नहीं है, जिससे वाहन सर्विस रोड और हाईवे को डिवाइड करने वाली बाउंड्री पर चढ़ जाते हैं, ऐसे में दुर्घटना होने के बाद भी समस्या का कोई निराकरण नहीं किया गया, लेकिन जाम को ध्यान मेें रखते हुए दिन में एक ट्रैफिक कांस्टेबल और होमगार्ड की डयूटी लगाई गई है।

टूटी रैलिंग से भी हादसे का खतरा
सिकंदरा और खंदारी के बीच एनएचआई द्वारा रैलिंग का निर्माण कराया गया है, लेकिन कुछ लोगों द्वारा हर एक किलोमीटर की दूरी से रैलिंग को हटाया गया है, जहां से पैदल निकलने वाले लोग रोड की दूसरी ओर आवागमन करते देखे जाते हैं, इस दौरान तेज स्पीड से गुजरने वाले वाहनों से टकराकर अक्सर हादसे होते हैं। सब्जी मंडी हाईवे, भावना स्टेट, केके नगर, बांईपुर रोड, जैन गली, सूरजभान की बगीची, कौंशलपुर, विद्यानगर से गुजरने वाले वाहन चालक तेज स्पीड से वाहनों को निकालते हैं, ऐसे में अचानक राहगीर सामने आने से दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं, क्योंकि हाईवे से गुजरने वाले वाहन चालकों के लिए अचानक ब्रेक लगाना मुश्किल होता है।


साइनेज नहीं होने से हुआ था हादसा
बोदला रोड के कलवारी में रोड पर साइन बोर्ड नहीं होने से दो युवक दुर्घटना का शिकार हो गए। बोदला चौराहे के बीच में नाला खुला है, जहां प्लास्टिक और कचरा गिरने से नाला पट गया है, जिसमें देखने पर पानी नजर नहीं आता है। नाले के पास चौराहे पर किसी प्रकार का संकेत चिन्ह है और ना ही कोई बैरिकेटिंग लगी है। हालाकि हादसे के बाद आसपास की जुटी भीड़ के लोगों ने दोनों युवकों को सकुशल निकाल लिया, वहीं बाइक रात भर नाले में पड़ी रही।

हाईवे पर फैली अव्यस्था
-हाईवे से लिंक रोड पर नहीं लगे साइन बोर्ड
-डिवाइडर के बीच में नहीं लगाए गए रेडियम
-हाईवे पर रोड निर्माण कार्य में बरती जा रही लापरवाही
-हर एक किलो मीटर की दूरी पर हटाई गई रैलिंग
-नालों और सर्विस रोड पर नहीं लगी बैरीकेटिंग
-हाईवे पर खड़े वाहन भी हैं बड़ा खतरा

Posted By: Inextlive