आगरा. ब्यूरो 10 करोड़ रुपए की जिन हाईटेक होप ऑन होप ऑफ बसों को पर्यटकों की सुविधा के लिए दो रूटों पर शहर में चलाया गया था. कमिश्नर रितु माहेश्वरी को इन बसों को हरी झंडी दिखाए भी 10 महीने भी नहीं हुए थे कि कंपनी ने टूरिस्ट की कमा का हवाला देते बसों के संचालन पर ब्रेक लगा दिए. हालंकि पिछले वित्तीय वर्ष में ही लगभग पांच लाख लोगों ने ताज का दीदार भी किया. कमिश्नर की समीक्षा में होप ऑन होप ऑफ बसों की पोल खुल गई. हालांकि अब इन बसों को मेट्रो के साथ समन्वय स्थापित कर फिर से शुरू किया जाएगा. साथ ही बसों का संचालन करने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की जा रही है.

पांच लाख टूरिस्ट ने किया था दीदार
आगरा-एसआई की रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में लगभग पांच लाख पर्यटकों ने ताज महल का दीदार किया। पिछले साल ताजमहल भारत में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला एसआई का स्मारक था। आगरा मंडल में इसके अलावा कई अन्य भी प्रसिद्ध स्मारक हैं। ताजमहल आने वाले पर्यटकों में से बहुत से लोग फतेहपुर सीकरी का बुलंद दरवाजा अकबर टॉम्ब के अलावा मथुरा वृंदावन भी जाते हैं। इन पर्यटकों की सहूलियत को देखते हुए आगरा प्रशासन ने इलेक्ट्रिक बसें इनका नाम होप ऑन होफ ऑफ नामक बसों को संचालित करने का फैसला लिया। पहले चरण में आगरा में पांच बसों का शुभारंभ नवंबर माह में कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने किया था। बस सेवा मार्च से ही बंद पड़ी है हालांकि संचालन करने वाली कंपनी को अब ब्लैक लिस्ट किए जाने की कवायद चल रही है।


बस में पर्यटकों के लिए ये हैं सुविधाएं।

पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए आगरा में इन बसों का संचालन किया गया था। इस बस की ख़ास बात यह थी कि आगरा आने वाले पर्यटक एक ही बस में बैठ कर एक ही दिन में आगरा के सभी प्रमुख स्मारकों को देख सकते थे। साथ ही बस में स्मारकों के टिकिट खरीदने की भी सुविधा थी। इसके अलावा बस में जीपीएस युक्त पांच कैमरे लाइव ट्रैकिंग ई टिकटिंग गाइड रूट चार्ट डिस्प्ले बोर्ड आदि की सुविधा बस में थी। लगभग 2 करोड़ की लागत की इन बसों में प्रति बस 28 सीट निर्धारित थीं। बस का किराया भी 250 रुपए निर्धारित किया गया था।

ये तय किया गया था रूट

होप ऑन होप ऑफ बसों के संचालन के लिए दो रूट निर्धारित किए गए थे। पहला रूट आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से शुरू हो कर ताजमहल आगरा किला एत्माद्दौला चीनी का रोजा होते हुए आईएसबीटी बस स्टैंड तक। तो दूसरा रूट सिंकदरा स्मारक से होते हुए ताजमहल पूर्वी गेट शिल्पग्राम आगरा किला फतेहपुर सीकरी तक निर्धारित किया था। इन दोनों रूटों पर पांच बसों का संचालन शुरुआत में किया गया था ताकि पर्यटक एक ही दिन में सारे प्रमुख स्मारकों को देख सकें।

-संचालक कंपनी की जाएगी ब्लैक लिस्ट।

कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने जब आगरा मथुरा इलेक्ट्रिक बस की समीक्षा की तो ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि जिस सेवा का उन्होंने चंद महीनों पहले हरी झंडी दिखा कर संचालन शुरू किया था। वो मात्र दो महीनों में ही पर्यटकों के अभाव में बंद हो गई। कमिश्नर ने बसों का संचालन करने वाली कम्पनी को ब्लैकलिस्ट करने के निर्देश भी दे दिए हैं। और साथ ही मेट्रो के समन्वय से बस सेवा को फिर से शुरू करने की कवायद शुरू कर दी हैं इसके अलावा वन यूपी वन कार्ड बनाने के निर्देश भी कमिश्नर ने दिए हैं।

-साल 2023 में ये रही घरेलू पर्यटकों की संख्या

ताज महल 5052
आगरा फोर्ट 17722
अकबर टोम्ब 265
फतेहपुर सीकरी 443
एत्मादुद्दौला 152
मेहताब बाग़ 112
रामबाग 67
मरियम टॉम्ब 39

आंकड़े हज़ार में हैं और एएसआई की रिपोर्ट के आधार पर हैं


ये बसें कब चली और कब बंद हो गईं हमें इसकी जानकारी ही नहीं है। बिना किसी को बात किए बिना प्लानिंग के ये बसें शुरू हुई और बंद हो गईं। आगरा में होटल की किसी भी एसोशियन किसी भी गाइड या अन्य किसी संस्था से बिना बात किए ही बिना किसी प्लानिंग के ही इन बसों का संचालन किया गया ये हमारी समझ से बाहर है

राकेश चौहान
-अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट एसोशियन।

इन बसों के संचालन के समय इनका प्रचार प्रसार ठीक से नहीं किया गया। इसलिए बंद हो गईं कम से कम टूरिस्ट गाइडों और जरूरत के लोगों तक इसकी जानकारी ठीक से पहुंचाई जाती तो इनका संचालन प्रॉपर रह सकता था।
-प्रह्लाद अग्रवाल।
अध्यक्ष आगरा ट्यूरिस्ट वेलफेयर चेम्बर।

Posted By: Inextlive