Agra:सिटी में महिलाएं और लड़कियां तो छोडि़ए अबोध बालिकाएं भी दरिंदों की धिनौनी निगाहों में आ गयी हैं. पायल और पिंकी की तरह कोई और बच्ची किसी घिनौने की करतूत का शिकार न हो इसके लिए महिला संगठन ने आवाज उठाई है. पिंकी के परिजनों को इंसाफ दिलाने के लिए महिला शांति सेना की मेम्बर्स ने वेडनसडे को कलक्ट्रेट में एसएसपी का घेराव किया. ऐसे दरिंदों को न पकडऩे के लिए महिलाओं ने पुलिस अधिकारियों को जूते-चप्पल दिखाकर विरोध प्रकट किया.


यह था मामला अछनेरा के कुकथला गांव निवासी रूप चंद सिंह की छह महीने की बेटी पिंकी को लोहरे नामक एक ऑटो चालक उसकी मां की गोद से टॉफी दिलाने के बहाने ले गया था। 24 घंटे बाद बच्ची की शव यमुना बाग के पास पड़ा हुआ मिला था। गांव वालों ने थाने पहुंचकर पूरे मामले से पुलिस को अवगत करवाया था। मगर पुलिस ने पूरे मामले में लापरवाही बरती थी।किया घेराव
वेडनसडे को महिला शांति सेना की तकरीबन 150 महिलाओं ने कलक्टे्रट में एसएसपी का घेराव किया। पहले सभी महिलाएं डीएम ऑफिस पहुंची। मगर, डीएम के बाहर होने के चलते सभी एसएसपी ऑफिस के बाहर हाथ में चप्पल लेकर प्रशासन हाय-हाय के नारे लगाने लगीं। एसएसपी के सामने सभी ने आरोपी को जल्द से जल्द पकड़कर उसको कठोर सजा देने की मांग की। पार्षद कुंदनिका शर्मा ने पिछले कई महीनों से छोटी बच्चियों के साथ हो रहे रेप के मामले में भी गंभीरता लाने की बात कही।लगाए नारे


प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ महिलाओं ने नारे लगाते हुए सिटी में तेजी से हो रहे क्राइम पर अंकुश लगाने की बात भी उठाई। सभी महिलाओं ने एसएसपी को कहा कि सिटी में बेटियां की सिक्योरिटी का जिम्मा पुलिस प्रशासन को उठाना होगा। महिलाओं की भीड़ को देखते हुए महिला थाने एसओ भी मौके पर अपनी फोर्स के साथ पहुंच गईं। एसएसपी सुनील चंद वाजपेयी से जल्द से जल्द सख्त कदम उठाने का आश्वासन मिलने के बाद महिलाएं वापस लौटी।

Posted By: Inextlive