आयकर छापे से सर्राफ व्यवसयी में खलबली
- नोटबंदी के दौरान 123 करोड़ के सोने की दिखाई कैश बिक्री
-दिल्ली और मुंबई के 31 ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई आगरा। नोटबंदी के दौरान काले धन को सफेद करने वाले बुलियन कारोबारियों के खिलाफ आयकर विभाग ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। इन्वेस्टीगेशन विंग ने आगरा, मथुरा, दिल्ली और मुंबई में 31 ठिकानों पर सुबह साढ़े छह बजे एक साथ सर्च और सर्वे शुरू किया। उत्तर प्रदेश में इसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। इसमें बड़ी अघोषित आय का पर्दाफाश होने की उम्मीद है। कानपुर से आगरा पहुंची टीमकानपुर से आए प्रधान आयकर आयुक्त- जांच अमरेंद्र कुमार ने बताया कि कार्रवाई मुख्य रूप से मथुरा के आरएस बुलियन एंड ज्वैलर्स के मालिक नीरज अग्रवाल और उनकी पत्नी नेहा अग्रवाल के साथ आगरा के सराफा कारोबारी सुशील चौहान और अजय गर्ग (अवागढ़) के प्रतिष्ठानों पर अंजाम दी गई। नोटबंदी के दौरान इन कारोबारियों ने 123 करोड़ रुपये की सोने और चांदी की बिक्री कैश में दिखाई। इसमें ज्यादातर लेनदेन 50 हजार से नीचे के दिखाए, ताकि खरीदार के नाम और पते की जरूरत न पड़े। वहीं, आरएस बुलियन ने तो 28 अक्टूबर 2016 को एक ही दिन में 37 करोड़ की बिक्री कर दी। इससे पहले और बाद में लेन-देन सामान्य थे। इसी कारण यह रडार पर आए। विभाग को मथुरा के आरएस बुलियन, आगरा के सुशील चौहान व अजय गर्ग अवागढ़ के बीच आपस में लेनदेन के पुख्ता सुबूत मिले हैं। आगरा के सुशील चौहान उर्फ सुशीला और अजय गर्ग अवागढ़ के आवास और प्रतिष्ठानों पर किनारी बाजार, मोती कटरा, कमला नगर आदि जगहों पर कार्रवाई हुई। पूरी कार्रवाई प्रधान आयकर आयुक्त जांच अमरेंद्र कुमार के नेतृत्व में चली। टीम में संयुक्त आयकर आयुक्त जांच तरुण कुशवाह के के साथ 250 से अधिक अधिकारी शामिल रहे। इसमें देहरादून, आगरा, मेरठ, गाजियाबाद, कानपुर और नोएडा की 31 टीम हैं।