- कोरोनाकाल में बढ़ गई दवाओं की जरूरत

- दवा महंगा होने से हो रही लोगों को परेशानी

- घर का बिगड़ रहा बजट

आगरा। एक ओर लगातार बढ़ रही महंगाई का असर दवाओं पर भी पड़ रहा है। दूसरी ओर कोरोना काल में लोगों का दवाओं का उपयोग भी बढ़ गया है। कोरोना संक्रमण काल में ज्यादातर फैमिलीज में किसी न किसी मेंबर की दवाएं शुरु हो गई हैं। ऐसे में दवाओं पर बढ़ रही महंगाई लोगों का बजट बिगाड़ रही है।

नए बैच के साथ बढ़ गए दाम

कोरोनाकाल में दवाओं के नए बैच के साथ 10 से 30 फीसदी तक बढ़े एमआरपी (मैक्सिमम रिटेल प्राइस) के साथ दवाएं मेडिकल स्टोर पहुंच रही हैं। दरअसल दवा कंपनियों ने अलग-अलग बैच और दवा की अलग अलग डिवीजन के हिसाब से रेट बढ़ाए हैं। दवाओं के रेट बढ़ने के पैटर्न पर गौर करें तो जिन दवाओं की कोरोना काल में सबसे ज्यादा मारामारी थी उनके रेट ज्यादा बढ़ाए गए हैं। ऐसे दौर में जब पेट्रोल, डीजल रसोई गैस सब महंगी हो रही है। इन जरूरी दवाओं का महंगा होना पब्लिक के लिए एक और झटका है।

कोरोना काल में डंप हुई थी दवाएं

कोरोना वायरस की सेकंड वेव में विटामिन सी, जिंक और मल्टी विटामिन दवाओं के साथ आइवरमेक्टिन दवाओं की मांग भी तेजी से बढ़ गई थी। कुछ दवा कारोबारियों ने तो आइवरमेक्टिन का स्टॉक कोरोना लहर को देखते हुए एडवांस भी मंगा लिया था। वहीं अब दवा कंपनियां भी दवाओं के रेट बढ़ाने का खेल कर रही हैं। जिन दवाओं के रेट बढ़े हैं। उसमें डायबिटीज की दवा, एंटीबायोटिक, मल्टी विटामिन दवाओं के साथ कुछ लाइफ सेविंग ड्रग भी शामिल हैं। तीन लाइफ सेविग ड्रग के रेट 50 फीसदी तक बढ़ाने के लिए तो नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी ने ही अनुमति दी है।

जरूरी उपकरण के दाम भी

ऐसा नहीं है कि सिर्फ दवाओं के रेट ही बढ़ रहे हैं। थर्मामीटर, नेब्युलाइजर, पल्स ऑक्सीमीटर के रेट में भी बढ़ोत्तरी हुई है। नेबुलाइजर जो पहले रिटेल दुकानदारों को एक हजार रुपए तक में मिल जाता था अब 1200 रुपए तक मिल रहा है। थर्मामीटर के रेट भी 50 फीसदी तक बढ़े हैं।

कौन सी दवा कितनी महंगी

दवा- पुराना रेट- नया रेट-

विटामिन सी- 25- 40 रुपए

डॉक्सीसाइक्लिन-80- 95 रुपए

आइवरमेक्टिन-215-240 रुपए

एजिथ्रोमाइसिन- 210-240रुपए

जिंकोविट-90-105 रुपए

मिथाइलकोबाल इंजेक्शन- 100-113 रुपए

ट्रसिक कफ सीरप- 90- 154 रुपए

जुनोमेट 1000 एमजी-320- 405 रुपए

जीटा प्लस 500एमजी-190 - 220 रुपए

इन लाइफ सेविंग ड्रग्स के रेट बढ़ाए गए-

अलग अलग कंपनियों के प्रति टैबलेट अब रेट-

कारबेमाजिपाइन- 1.02 रुपए से 4.61 रूपए

आईबूप्रोफिन-0.59 रुपए से 1.04 रुपए

रेनेटिडाइन- 1.10 रुपए से 2.43 रुपए

वर्जन

बीते कुछ समय से कई दवाओं के रेट बढ़े हैं। जिन दवाओं की खपत बढ़ी है, उन दवाओं के दाम बढ़े हैं। एनपीपीए ने भी तीन लाइफ सेविंग ड्रग्स के रेट वन टाइम 50 परसेंट बढ़ाने की अनुमति दी है।

- डॉ। आशीष ब्रह्मभट्ट, प्रेसिडेंट, आगरा रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन

कई दवाओं के रेट बढ़े हैं। नए बैच के साथ बढ़े हुए रेट में ही दवाएं आ रही है। इसमें 10 से 30 फीसदी तक बढ़ोत्तरी हुई है।

- अमित सक्सेना, दवा व्यापारी

दवाओं के बढ़ते दाम से हमारा बजट बढ़ गया है। पहले मेरी महीने की दवाएं एक हजार में आ जाती थी, लेकिन अब इसमें 30 परसेंट तक इजाफा हो गया है।

ओम शर्मा

Posted By: Inextlive