शरीर बुखार से तप रहा है. सिर में भी तेज दर्द है. सुबह आठ बजे मैं ओपीडी आ गई. पर्चा बनवाने के बाद लाइन में भी लग गई. लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद भी नंबर नहीं आया. लाइन में खड़े होने की हिम्मत नहीं बची तो बेटे को खड़ा कर दिया. सोमवार को ओपीडी में एक किनारे बैठी गुड्डी देवी ने कुछ इसी तरह कराहते हुए कहा कि दोपहर हो चली है. लेकिन लाइन कम ही नहीं हो रही. पता नहीं कब नंबर आएगा. नीट पीजी काउंसङ्क्षलग कराने की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर्स के ओपीडी कार्य बहिष्कार से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने लगी हैं. ओपीडी में परामर्श के लिए मरीजों को घंटों लाइन में इंतजार करना पड़ रहा है.

आगरा (ब्यूरो)I एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी का नजारा सोमवार को बदला हुआ था। मरीजों को परामर्श देने वाले जूनियर डॉक्टर प्रवेश द्वार पर 'ओपीडी बंद करो, नीट काउंसङ्क्षलग शुरू करोÓ के नारे लगा रहे थे। ओपीडी कक्ष के बाहर लंबी लाइन में लगे मरीज दर्द से कराह रहे थे। एक से डेढ़ घंटा इंतजार के बाद उन्हें परामर्श मिल सका। नीट पीजी 2021 की काउंसङ्क्षलग कराने के लिए देश भर में जूनियर डॉक्टर ओपीडी का कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं। यहां सुबह आठ बजे से ओपीडी में परामर्श लेने के लिए मरीज पहुंचने लगे। ओपीडी में जूनियर डॉक्टर नहीं गए, वे बाहर फर्श पर बैठकर नीट काउंसलिग शुरू कराने की मांग करते हुए नारेबाजी करते रहे।

डॉक्टर्स की संख्या रही कम
ओपीडी में डॉक्टर और सीनियर रेजीडेंट ने ही मरीजों को परामर्श दिया। डॉक्टर्स की संख्या कम होने से मरीजों को समय लगा। सुबह 11 बजे के बाद ओपीडी कक्ष के बाहर लंबी लाइन लग गई। मेडिसिन विभाग की ओपीडी में परामर्श के लिए लाइन में लगी बुखार और शरीर दर्द से पीडि़त सरेंधी निवासी गुड्डी जमीन पर ही बैठ गईं। एक घंटे इंतजार के बाद भी नंबर न आने पर मरीजों ने लाइन में तीमारदार लगा दिए। एक से डेढ़ घंटा इंतजार के बाद मरीजों को परामर्श मिल सका। दोपहर एक बजे तक परामर्श कक्ष के बाहर मरीजों की लंबी लाइन लगी रही।

सोमवार को ओपीडी की स्थिति

2058 मरीजों को दिया ओपीडी में परामर्श
411 मरीजों को दिया मेडिसिन विभाग की ओपीडी में परामर्श
343 मरीजों को दिया चर्म रोग विभाग की ओपीडी में परामर्श
335 मरीजों को दिया अस्थि रोग विभाग की ओपीडी में परामर्श
130 मरीजों को दिया टीबी एंड चेस्ट विभाग की ओपीडी में परामर्श

बुजुर्ग मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी
ओपीडी में सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्ग मरीजों को हुई। काङ्क्षलदी विहार निवासी राधेश्याम को परिजन स्ट्रेचर से ओपीडी में लेकर पहुंचे। यहां लंबी लाइन लगी थी, उन्हें ओपीडी में स्ट्रेचर पर ही लिटाए रखा और तीमारदार लाइन में लग गए।

बंद करो यह अत्याचार
जूनियर डॉक्टर्स ने एक-दो-तीन-चार बंद करो ये अत्याचार, ओपीडी बंद करो, बंद करो, नीट काउंसङ्क्षलग शुरू करो के नारे लगाए। नहीं चलेगी, नहीं चलेगी, ये लापरवाही नहीं चलेगी के नारे लगाते हुए लोगों से भी उनका समर्थन करने की मांग की।

"सुबह आ गए थे, एक घंटे बाद भी नंबर नहीं आया तो अपने बेटे को लाइन में लगाना पड़ा."
बलराज, नगला बूढ़ी

Posted By: Inextlive