आगरा : यूपी 112 मुख्यालय की तरह जिलों के कंट्रोल रूम भी हाईटेक बनाने की तैयारी चल रही है। इनमें भी स्क्रीन पर गाडि़यों की लोकेशन दिखेगी। स्थानीय कंट्रोल रूम को अन्य तकनीकी से लैस भी बनाया जाएगा। इसको लेकर विचार चल रहा है। पुलि¨सग को और प्रभावी बनाने के लिए यूपी 112 के अगले टेंडर में इसको शामिल किया जा सकता है। आगरा दौरे पर आए यूपी 112 के एडीजी असीम अरुण ने इस संबंध में शनिवार को जानकारी दी।

एडीजी असीम अरुण ने बताया कि मुख्यालय स्तर पर प्रभावी कंट्रोल रूम के साथ-साथ अब जनपदों के कंट्रोल रूम में भी उच्च तकनीकी से लैस और आपरेशनल बनाने की जरूरत महसूस हो रही है। बि¨ल्डग अच्छी बनाने के साथ ही इनमें ट्रैंड स्टाफ की तैनाती होनी चाहिए। अभी तक केवल यूपी 112 की पीआरवी ही जीपीएस के माध्यम से मुख्यालय के कंट्रोल रूम में स्क्रीन पर दिखती हैं। अन्य पुलिस वाहन नहीं दिखते। आगरा जनपद में करीब 80 पीआरवी हैं। ये तो दिखती हैं। मगर, 150 चीता मोबाइल की लोकेशन स्क्रीन पर नहीं दिखती। इस बात पर विचार किया जा रहा है कि अब पीआरवी के साथ-साथ चीता मोबाइल व थाने की अन्य गाडि़यों की लोकेशन भी कंट्रोल रूम में दिखे। यूपी 112 की व्यवस्थाओं के लिए पांच वर्ष का टेंडर हुआ था। सवा चार वर्ष पहले यूपी 112 के लिए टेंडर हुआ था। अब तकनीक में तमाम नई संभावना हैं। इसीलिए नए टेंडर से पहले इस पर विचार किया जा रहा है।

रेस्पोंस में चुस्त पर गश्त में सुस्त :

एडीजी असीम अरुण टीम के साथ आगरा जनपद में यूपी 112 की सक्रियता और कार्यशैली चेक करने आए थे। उन्होंने घटना के बाद यूपी 112 की पीआरवी के रेस्पोंस टाइम चेक किया। कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए। एडीजी असीम अरुण ने बताया कि रेस्पोंस के मामले में आगरा जनपद का प्रदर्शन अच्छा है। मगर, गश्त के मामले में सुस्ती दिखती है। पीआरवी चौराहों और प्वाइंट पर सुस्त खड़ी रहती हैं। सामान्य गश्त में सुधार की जरूरत है। इसके लिए निर्देशित किया गया है। पीआरवी को चेक किया गया। कंडीशन अच्छी मिली है। शनिवार को दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक एडीजी ने पुलिस लाइन में कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर एक-एक ¨बदु पर अधिकारियों से बात की। इस दौरान एसएसपी बबलू कुमार, एसपी पश्चिम रवि कुमार, एसपी ट्रैफिक प्रशांत कुमार व अन्य अधिकारी मौजूद रहे। एडीजी ने छह माह में प्रदेश स्तर पर पीआरवी आफ द डे का खिताब हासिल करने वाले 14 पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र भी दिए।

Posted By: Inextlive