AGRA: सिकंदरा थाना एरिया के शास्त्रीपुरम में फ्राइडे मॉर्निंग पांच हथियारबंद बदमाशों ने डकैती की वारदात को अंजाम दे डाला. हथियारों की नोक पर बैंक कर्मचारियों को बंधक बना लिया. सिक्योरिटी अलार्म और फोन के तार तोडऩे के बाद बदमाश मैनेजर की कनपटी पर गन रखकर उसे स्ट्रॉग रूम में ले गए. उसके सिर पर पिस्टल की बट मारकर उसे घायल कर दिया और 11 लाख लूटकर फरार हो गए.


मैनेजर के पीछे-पीछे आए थे सिकंदरा शास्त्रीपुरम एचआईजी ए-कोठी नंबर-34 के ग्राउंड फ्लोर पर केनरा बैंक की शाखा है। करीब चार  महीने पहले यहां नई ब्रांच खुली थी। रोज की तरह कैशियर जेसी पाठक ने सुबह करीब 9:45 बजे बैंक खोली। बैंक मैनेजर एके सिंह और वहां टेंपरेरी काम करने वाला अजय भी समय से पहुंच गया। करीब दस बजे पांच बदमाश हाथों में पिस्टल लेकर बैंक के अंदर दाखिल हुए। एक बदमाश ने कैशियर के काउंटर के दूसरी तरफ जाकर उस पर पिस्टल तान दी। इसके बाद बाकी बदमाशों ने अपनी पोजीशन ले ली। तभी, वहां काम करने वाला एक और कर्मचारी भी पहुंच गया। बदमाशों ने उसे भी बंधक बना लिया। तोड़े अलार्म के तार


बदमाशों ने बैंक मैनेजर एके सिंह की कनपटी पर पिस्टल लगाई और स्ट्रॉग रूम के सामने लगे सिक्योरिटी अलार्म और फोन के तार काट डाले। बदमाशों ने स्ट्रॉग रूम खुलवाया। उसमें रखे 11 लाख रुपए निकालकर कैशियर के बैग में रखे और वहां से चल दिए। इसी दौरान कैशियर केसी पाठक ने बदमाशों को आवाज दे बैग में रखे कागजों को वहां छोडऩे के लिए कहा। उन्होंने कागज निकालकर बाहर फेंक दिए और बाइक से फरार हो गए। 15 मिनट में कर डाली वारदात

बदमाश करीब 15 मिनट तक बैंक के अंदर वारदात को अंजाम देते रहे। उन्होंने बैंक में मौजूद लोगों के पर्स, उनके मोबाइल फोन और उनकी ज्वेलरी भी उतरवा ली। बदमाशों के फरार होने के बाद मैनेजर एके सिंह ने फोन के टूटे तारों को जोड़ा और 100 नंबर पर जानकारी दी। वायरलेस पर मैसेज फ्लैश होते ही पुलिस अलर्ट हो गई लेकिन तब तक बदमाश फरार हो चुके थे। सूचना मिलने के कुछ देर बाद कोबरा मोबाइल के दो सिपाही मौके पर पहुंचे। बैंक कर्मचारियों से मामले की जानकारी लेने के बाद उन्होंने अपने सीनियर ऑफिसर्स को सूचना दी। दिनदहाड़े बैंक डकैती की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में एसएसपी सुनील चंद्र वाजपेयी समेत सभी सीनियर ऑफिसर्स मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बैंक कर्मचारियों से पूछताछ शुरू कर दी। पहुंचा डॉग स्क्वायडवारदात के एक घंटे बाद बदमाशों की सुरागकशी के लिए डॉग स्क्वॉयड को मौके पर बुलाया गया। हर कोने में डॉग स्क्वायड घूमा, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिल सका। नौकर हिरासत में

पुलिस ने बैंक में अस्थाई तौर पर काम करने वाले लोहामंडी निवासी अजय को हिरासत में लिया है। पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी हुई है, लेकिन अभी पुलिस के हाथ कोई ठोस जानकारी नहीं लग पाई है। 24 घंटे का अल्टीमेटम एसएसपी ने वारदात के खुलासे के लिए एसपी सिटी अशोक प्रसाद और सीओ हरिपर्वत को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है। पुलिस की कई टीमें मामले की जांच में जुटी हुई हैं।मैनेजर को किया घायल बदमाशों ने बैंक के स्ट्रॉग रूम में ले जाने के बाद बैंक मैनेजर एके सिंह के सिर पर पिस्टल की बट मारकर उन्हें घायल कर दिया था। पुलिस ने उनसे जानकारी लेने के बाद हॉस्पिटल में इलाज के लिए भेज दिया।  2007 में भी हुई थी सेम घटना फ्राइडे को जिस तरीके से बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया, ठीक इसी तरह की वारदात ईयर 2007 में सिकंदरा मंडी के पास एक बैंक में हुई थी। अभी तक पुलिस उस बैंक लूट का खुलासा नहीं कर सकी है। ना गार्ड था ना सीसीटीवी कैमरे
शास्त्रीपुरम एरिया के जिस हिस्से में बैंक था, वहां पर दस बजे तक लोगों की ज्यादा आवाजाही नहीं होती है। शाम के समय भी एरिया लगभग सूनसान रहता है। बावजूद इसके बैंक पर न तो कोई सिक्योरिटी गार्ड मौजूद था और ना ही बैंक में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। इस बारे में बैंक मैनेजर एके सिंह और सिक्योरिटी ऑफिसर फ्लाइट लेफ्टीनेंट दिव्या चौहान ने बताया कि लास्ट ईयर 19 नवंबर को बैंक की ब्रांच खोली गई थी। महीने भर बाद कानपुर हेड ऑफिस से सीसीटीवी कैमरे लगवाने की परमिशन मांगी गई थी, लेकिन वहां से अभी तक परमिशन नहीं मिल सकी है।  लॉकर संचालक भी सहमेबैंक लुटने की सूचना जैसे ही कस्टमर्स को मिली, वे भी वहां पहुंचना शुरू हो गए। बैंक में करीब 74 लॉकर बने हुए हैं, जिनमें से 39 लॉकर ही एलॉट किए गए हैं.  शास्त्रीपुरम निवासी पिंकी जैन और मंजू सिंह भी वहां पहुंची। जब बैंक कर्मचारियों ने लॉकर सेफ होने की जानकारी दी,  तब जाकर उन्होंने चैन की सांस ली। बैंको की सुरक्षा पर नोटिस जारी
बैंकों की सुरक्षा को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी सुनील चंद्र वाजपेई ने सिटी की सभी सरकारी और गैर-सरकारी बैंको को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के बारे में नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि  सभी बैकें अपने परिसर सहित एटीएम पर गार्ड और सीसी कैमरे को लगाना सुनिश्चित करें। सिटी और आसपास की बैंक और एटीम मशीन की देखरेख करने के लिए ज्यादातर बैंक के अधिकारियों ने कोई भी गार्ड तैनात नहीं किए है। कुछ ही बैंक ऐसी है जिसमे गार्ड मौजूद रहते है। अधिकतर में तो देखा गया है कि किसी प्रकार की कोई सुरक्षा नहीं होती है। एसएसपी के आदेश के बाद से बैंकों के ऑफिसर्स ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। एसएसपी के अनुसार,  ऐसा न करने वाली बैंको के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सिटी में बैंक और एटीएम 140 - बैंक प्राइवेट और सरकारी 240 - एटीएम प्राइवेट और सरकारी आसपास में बैंक और एटीएम 90 - बैंक प्राइवेट और सरकारी 105 - एटीएम प्राइवेट  और सरकारी इतने में कैमरे और गार्ड 60 - बैंको में गार्ड और कैमरे लगे हुए है 130- एटीएम मशीनों पर गार्ड और कैमरे लगे हुए है।

Posted By: Inextlive