- चुनाव का असर और आचार संहिता ने बाजार किया ठप्प

- लोग नहीं निकले घरों से, लाइट वेट ज्वैलरी से किया शगुन

AGRA। चुनाव के बाद सुप्तकाल में चले गए बाजार को अक्षय तृतीया ने जगाने की भरपूर कोशिश की। लेकिन वो सफल नहीं हो पाई। फ्राइडे को लोगों ने अक्षय तृतीया के शुभ मौके पर सिर्फ गुड लक के तौर पर कम ही सामान खरीदा साथ ही दान भी हुए। इस हिसाब से बाजार पिछले साल के अक्षय तृतीया के मुकाबले काफी ठंडा रहा।

तैयार था बाजार इसके लिए

चुनाव के चलते पिछले कुछ महीनों से बाजार में काफी सुस्ती थी। लोग शॉपिंग के लिए बाहर ही नहीं निकल रहे थे। ऐसा लग रहा था मानो बाजार डंप हो गया है। बाजार को उम्मीद थी कि अक्षय तृतीया इस डंप और सुस्त हो चुके बाजार की चाल को तेज करेगी। हालांकि शॉपकीपर्स अक्षय तृतीया के लिए पहले से ही तैयार थे। सर्राफा बाजार में ज्वैलर्स ने लोगों की पसंद को ध्यान में रखते हुए हल्के और भारी, दोनों तरह की ज्वैलरी तैयार करवा ली थी। डायमंड्स के भी सेट थे। इसके अलावा इलेक्ट्रोनिक बाजार भी अपने नए माल के साथ तैयार था। लेकिन इनकी बिक्री इस हिसाब से नहीं हो पाई।

ज्यादा नहीं बिकी पीली धातु

अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन अगर सोना खरीदा जाए अक्षय रूप से सोना घर में आता रहता है। सोना किसी भी रूप या वजन में लिया जा सकता है। इसलिए लोग इस दिन सोना जरूर खरीदते हैं। लेकिन इस साल अक्षय तृतीया सिर्फ शगुन के तौर पर सोना खरीदने के लिए ही रहा। खरीदादारों की आस लगाए बैठे बाजार को बड़ा झटका लगा है। लोग अपने घरों से निकले तो सही लेकिन इतना माल नहीं बिका, जितने की उम्मीद की जा रही थी।

कई कारण रहे

इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। बाजार में बैठे जानकारों ने बताया कि अभी भी बाजार पर चुनाव का असर खत्म नहीं हुआ है। आचार संहिता का प्रभाव भी बाजार में दिखाई दिया। सोने के आयात पर प्रतिबंध लगा हुआ है। इसलिए आमद कम होने की वजह से ऑर्डर ही पूरा हो पाए हैं। सर्राफा व्यवसाई पिछले साल के मुकाबले इस साल भ्0 परसेंट की कमी महसूस कर रहे हैं।

मंदिरों में खूब हुए दान

इस पर्व पर मंदिरों में सुबह से ही दान-पुण्य करने वालों का तांता लग जाता है। अक्षय तृतीया के दिन पंखा, चावल, नमक, घी, चीनी, सब्जी, फल, इमली, वस्त्र आदि का दान बहुत अच्छा माना जाता है। बद्रीनारायण के कपाट भी इसी दिन खुलते हैं।

सात जन्मों के बंधन में बंधे कई

अक्षय तृतीया के दिन अनबूझे और अनसूझे विवाह लग्न की महत्ता बताई गई है, अर्थात अगर किसी का विवाह सारे साल में नहीं सूझ रहा हो, तो अक्षय तृतीया के दिन बिना लग्न मुहूर्त के विवाह कर देने से उनका दाम्पत्य जीवन सफल हो जाता है। यही कारण है कि फ्राइडे को सिटी में शादियों के लिए लगभग हर बैंक्वेट हॉल बुक रहा।

सिक्कों की कम, ज्वैलरी की रही ज्यादा डिमांड

हर साल लोगों को रूझान सिक्कों पर ज्यादा रहता है। लेकिन इस साल सिक्के कम बिके। लोगों ने निवेश के तौर पर सोने के सिक्के खरीदे और शादी-ब्याह के लिए च्वेलरी खरीदने को प्राथमिकता दी। इसका अहम कारण है कि लोगों को लग रहा है कि सोने में फिर से तेजी आ सकती है। इस साल लोगों ने लाइट वेट ज्वैलरी पर ज्यादा फोकस किया।

चांदी के सिक्के से किया शगुन

जिन लोगों की जेब सोना खरीदना एलाउ नहीं कर रही थी उन्होंने शगुन के लिए चांदी के सिक्के खरीदे। चांदी के सिक्कों की बिक्री काफी रही। एमजी रोड स्थित सिल्वर पोइंट के संचालक शकुन बंसल ने बताया कि लोगों ने इस साल सिक्कों के साथ ही डॉलर की भी खूब बिक्री रही। इन्वेस्टमेंट के रूप में भी लोगों ने चांदी खरीदी।

इलेक्ट्रोनिक आयट्म्स भी किए पसंद

अक्षय तृतीया पर शुभ मुहूर्त होने की वजह से इस दिन इलेक्ट्रोनिक आयटम्स की भी बिक्री होती है। लेकिन इस साल वो भी कम बिके। लोगों ने इस बार घरेलू उत्पाद कम कीमत वाले ही खरीदे। हालांकि बाजार में कई तरह की स्कीम्स और डिस्काउंट भी थे। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।

'बाजार शाम को ही ठीक से बिक्री के लिए उठा। इस साल लेडीज ने लाइव वेट ज्वैलरी काफी पसंद की। सिक्कों में कम इंट्रेस्ट दिखाया। कम ही सही लेकिन बाजार की रौनक लौट आई है.'

- राजेश हेमदेव, प्रेसीडेंट, ज्वैलर्स एसोसिएशन

'बाजार इस बार काफी हल्का रहा है। हम तो तैयार थे लेकिन ग्राहक ही नहीं आए। चुनाव का असर ही कहेंगे इसे.'

-देवेंद्र सिंह धाकरे, संचालक, धाकरे इलेक्ट्रोनिक्स न्यू आगरा

'अच्छा रहा। कल से ही शुरू हो गई थी खरीददारी। गोल्ड ज्वैलरी के साथ ही पिछले सालों के मुकाबले डायमंड ज्यादा बिका। स्कीम का भी असर बिक्री पर दिखाई दिया। कम दाम में डायमंड्स के सेट्स काफी पसंद किए गए.'

- धीरज चतुर्वेदी, संचालक, तनिष्क

'एमसीएक्स में भी अक्षय तृतीया का असर दिखाई नहीं दिया। सोने के रेट बढ़े हुए हैं इसलिए मार्केट फ्लैट रहा। जितना कारोबार होना चाहिए था। उतना नहीं हुआ.'

- विवेक खंडेलवाल, ऑनर,वर्कलेगेन आगरा ब्रांच

Posted By: Inextlive