आगरा: इनर ¨रग रोड किनारे बस रहे ग्रेटर आगरा के साथ ही मेडिसिटी का कार्य भी रफ्तार पकड़ेगा। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) की टीम ने दोनों ही प्रोजेक्ट का सर्वे पूरा कर लिया है। स्कूल्स ऑफ प्ला¨नग एंड आर्किटेक्टर (एसपीए) की टीम अगले सप्ताह से काम शुरू करेगी। ग्रेटर आगरा 612 हेक्टेअर और मेडिसिटी 82 हेक्टेअर में बसेगी। वहीं लैंड पू¨लग के लिए कई किसान राजी हो गए हैं, जबकि 50 से अधिक किसानों को मनाने का प्रयास चल रहा है।

300 करोड़ रुपये का लिया जा रहा कर्ज

ग्रेटर आगरा एत्मादपुर मदरा और बुढ़ाना गांव की 612 हेक्टेअर जमीन पर बसेगा। इसमें 50 से 400 वर्ग मीटर तक के भूखंड होंगे। नया शहर बसाने के लिए एडीए निजी बैंक से 300 करोड़ रुपये का कर्ज लेगा।

यह है सर्वे की रिपोर्ट

ग्रेटर आगरा

दो गांवों की जमीन पर 200 पेड़ मिले हैं। तीन चकरोड भी हैं। जमीन के कुछ हिस्से में कब्जा भी है। 612 हेक्टेअर जमीन का अधिग्रहण होना बाकी रह गया है। जमीन के पिछले हिस्से में स्कूल, कम्युनिटी सेंटर सहित अन्य सुविधाएं होंगी।

मेडिसिटी

इसमें 100 वर्ग मीटर से लेकर 600 वर्ग मीटर तक के भूखंड होंगे। सौ फुट चौड़ा संपर्क मार्ग दिया जाएगा। इनर ¨रग रोड के समीप जमीन पर 70 पेड़, एक चकरोड है। कुल जमीन 82 हेक्टेअर है।

लैंड पू¨लग से फायदा

एडीए अपना लैंड बैंक बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। इसी के तहत लैंड पू¨लग स्कीम में जमीन ली जाएगी। एडीए किसानों से जो जमीन लेगा, उसे विकसित करने के बाद 20 फीसद जमीन दी जाएगी। एडीए और किसानों के बीच अनुबंध भी होगा।

- ग्रेटर आगरा और मेडिसिटी का सर्वे पूरा हो गया है। लैंड पू¨लग के लिए किसानों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है।

डॉ। राजेंद्र पैंसिया, उपाध्यक्ष एडीए

बेशकीमती जमीन को कल खाली कराएगा एडीए

ताजनगरी फेज-एक स्थित 172.76 वर्ग मीटर जमीन को बुधवार को एडीए खाली कराएगा। यह जमीन खसरा नंबर 1474 में है। बेशकीमती जमीन पर विश्वनाथ प्रताप सिंह ने कब्जा कर रखा है। पिछले सप्ताह एडीए टीम जमीन खाली कराने गई थी। विश्वनाथ ने पेट्रोल छिड़क लिया था। विशेष कार्याधिकारी, एडीए गरिमा सिंह ने बताया कि सरकारी जमीन से कब्जा हटाने के लिए पुलिस फोर्स मांगा गया है।

Posted By: Inextlive