- दोनों कारिडोर में 640 होंगे पिलर, हर पिलर के समीप बनेगा रिचार्ज वेल

- साढ़े 22 किमी लंबे एलीवेटेड ट्रैक में होगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

आगरा: मेट्रो प्रोजेक्ट बारिश की हर बूंद सहेजेगा। हर पिलर से पांच मीटर की दूरी पर रिचार्ज वेल (कुआं) बनेगा। दोनों कारिडोर में साढ़े 22 किमी लंबा एलीवेटेड ट्रैक होगा, जिसमें 640 पिलर बनेंगे। ट्रैक पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग का इंतजाम होगा।

उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन के एक अधिकारी ने बताया कि मेट्रो का पहला कारिडोर सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट 14 किमी लंबा होगा। साढ़े छह किमी एलीवेटेड और साढ़े सात किमी अंडरग्राउंड ट्रैक बनेगा। एलीवेटेड ट्रैक में 190 पिलर होंगे। इसी तरह से आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक 16 किमी लंबा एलीवेटेड ट्रैक होगा, जिसमें 450 पिलर होंगे। बारिश में ट्रैक पर जो भी पानी गिरेगा। पाइप के माध्यम से वह पिलर से नीचे आएगा और फिर समीप बने रिचार्ज वेल में पहुंचेगा। इससे आसपास के क्षेत्रों में तेजी से कम हो रहे भूगर्भ जलस्तर पर अंकुश लगेगा।

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पिलर पर होगा हैंगिंग गार्डन

दिल्ली की तर्ज पर आगरा में भी मेट्रो के हर पिलर पर हैंगिंग गार्डन होगा। पिलर के आसपास हरियाली विकसित की जाएगी।

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450 मीटर बेरीकेडिंग का काम पूरा

उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन की टीम ने फतेहाबाद रोड पर गुरुवार देर रात तक बेरीकेडिंग की। अब तक 450 मीटर बेरीकेडिंग हो चुकी है।

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- आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट बारिश की हर बूंद को सहेजेगा। हर पिलर के पास रिचार्ज वेल बनेगा।

कुमार केशव, प्रबंध निदेशक उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन

Posted By: Inextlive