अब 30 पैसेंजर्सं से कम लेकर रवाना नहीं होंगी रोडवेज की बसें

आगरा। अब रोडवेज बस 30 पैसेंजर्स से कम लेकर रवाना नहीं हो सकेंगी। इसके लिए सभी एआरएम को मुख्यालय के मिले निर्देशों का पालन करना होगा। एक तो लॉकडाउन के चलते रोडवेज को हर रोज तकरीबन 40-45 लाख रुपये की हर रोज चपत लग रही है वहीं अपने किलोमीटर बनाने के चक्कर में ड्राइवर और कंडक्टर बसों को दो-चार पैसेंजर्स के साथ ही दौड़ा रहे हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, अब उनको पैसेंजर्स के लिए इंतजार करना होगा। बता दें कि बस में 54 सीट होती हैं। ऐसे में 30 पैसेंजर्स लेकर भी चले तो भी सोशल डिस्टेसिंग का पालन हो सकेगा।

रोडवेज का हो रहा घाटा

खाली बसें दौड़ने से रोडवेज को लगातार घाटा हो रहा है। एक तो डीजल का घाटा, दूसरा पैसेंजर्स का न होना। इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यालय से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। बता दें कि आईएसबीटी से आगरा-दिल्ली, नोएडा, गोरखपुर, मथुरा, हाथरस, बरेली, कासगंज, जयपुर, मुरादाबाद, हल्द्वानी, बाराबंकी, संभल, एटा, इटावा, अलीगढ़, लखनऊ, वाराणसी, आजमगढ़, इलाहाबाद आदि स्थानों के लिए संचालित हो रही हैं, लेकिन पैसेंजर्स नहीं मिल पा रहे हैं। रोडवेज के अफसरों की मानें तो ड्राइवर कंडक्टर को ये निर्देश हैं कि वे अपने किलोमीटर की ओर ध्यान न दें। इसमें लोड फैक्टर और रेवेन्यू भी देखा जाएगा।

1.80 लाख है एक दिन की औसत कमाई

अकेले रोडवेज की सामान्य एक दिन की कमाई 1.80 लाख है, लेकिन इस समय औसत कमाई भी नहीं हो पा रही है। इसके पीछे रोडवेज के अफसर लॉकडाउन को मुख्य वजह मानते हैं। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए लोग कम ट्रेवल्स कर रहे हैं। बहुत जरूरी काम होने पर भी वे ट्रेवल कर रहे हैं। फिर भी रोडवेज ने रक्षाबंधन के त्यौहार पर 100 प्रतिशत अचीवमेंट करने की रणनीति तैयार की है। जिन रूट्स पैसेंजर्स की संख्या ज्यादा होगी, उस पर बसों की संख्या के अलावा फेरे भी बढ़ाए जाने का प्लान तैयार किया गया है।

रेवेन्यू बढ़ाने को ये भी किया गया

- ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए आठ वेबसाइट का विकल्प

- बस स्टेशन पर हेल्प डेस्क

- कोविड-19 से सुरक्षा के लिए पूरे इंतजामात

- 30 पैसेंजर्स से कम लेकर बस रवाना नहीं होगी।

- आगरा रीजन की 6 डिपो में की जा रही तैयारियां

आईएसबीटी पर बसों पर एक नजर

जनरथ बसें: 16

पिंक बसें: 9

वॉल्वो बसें: 4

स्कैनिया बसें: 4

शताब्दी बसे: 3

साधारण बसें: 487 बसें निगम की बसें

अनुबंधित बसें: 91

हम हर रोज समीक्षा कर रहे हैं। पैसेंजर्स की संख्या को लेकर सभी को निर्देश दिए गए है। ड्राइवर और कंडक्टर को ये कहा गया है कि कम से कम 30 पैसेंजर्स लेकर ही चलें। बस में 54 सीट होती हैं, इसमें सोशल डिस्टेसिंग का पालन आराम से होगा।

जयकरन सिंह एआरएम आगरा

Posted By: Inextlive