बाहर का मौसम ठंडा होने पर घर के भीतर आ रहे मच्छर रहें सावधान डेंगू का खतरा अब भी बरकरार.

आगरा(ब्यूरो)। अब सर्दियां आ चुकी हैैं। लेकिन मच्छरों का प्रकोप अब भी बरकरार है। शाम होते ही घरों में मच्छर घर के भीतर आ जाते हैैं। ऐसे में डेंगू का खतरा बना हुआ है। इसलिए घर में मच्छर आने पर सावधान रहें। एक्सपट्र्स का मानना है कि अभी भी एक महीने तक डेंगू से बचाव करने की जरूरत है।

बाहर मौसम ठंडा होने पर अंदर आ जाते हैैं मच्छर

आमतौर पर मच्छर 30 डिग्री सेल्सियस तापमान से नीचे ब्रीड नहीं करते हैैं। उनके लिए 30 से 35 डिग्री सेल्सियस तापमान अनुकूल रहता है। लेकिन अब अधिकतम 28 से 30 डिग्री सेल्सियस रह रहा है। सुबह-शाम में जब तापमान में गिरावट आती है तो मच्छर घरों के भीतर घुस जाते हैैं। जिला मलेरिया अधिकारी आरके दीक्षित बताते हैैं कि पहले घर के बाहर मच्छर ज्यादा थे। लेकिन अब तापमान में गिरावट आने से मच्छर अपने बचाव के लिए अनुकूल वातावरण ढंूढ़ते हैैं और वे घरों के अंदर चले जाते हैैं। इस कारण अब घरों के भीतर मच्छर ज्यादा हो रहे हैैं। ऐसे में डेंगू होने का खतरा अब भी बरकरार हैैं।

बचाव करना जरूरी
डीएमओ ने बताया कि ऐसे में मच्छरों से बचाव करना जरूरी है। घरों के भीतर मॉस्क्यूटो रिप्लेंट का उपयोग करें। घर के खिड़की-दरवाजे बंद करके रखें। जिससे की मच्छर घर के भीतर न आएं। कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें। उन्होंने कहा मच्छरों से निपटने के लिए लोगों को आसपास के वातावरण में स्वच्छता रखनी होगी। जलभराव नहीं होने दें। नालियों मेें मिट्टी का तेल या पेट्रोल का छिड़काव करें।
मच्छर से यह फैल सकती हैैं बीमारियां
मच्छर से मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया समेत अन्य कई बीमारियां लोगों पर कहर ढाती है।

अभी भी मच्छरों से बचाव करने की जरूरत है। डेंगू का संक्रमण अभी भी हो सकता है ऐसे में मच्छरों से बचाव करें। घर में मॉस्क्यूटो रिप्लेंट, मच्छरदानी इत्यादि का उपयोग करें।
-आरके दीक्षित, डीएमओ

इन उपायों का करें पालन
-मच्छरों को घर के भीतर आने से रोकें
-दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवाएं।
-मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें।
-अनुपयोगी वस्तुओं में पानी इकट्ठा न होने दें।
-पानी की टंकी पूरी तरह से ढक कर रख दें।
-पूरी बांह वाली कमीज और पैैंट पहनें।
-घर और कार्य स्थल के आस-पास पानी जमा न होने दें।
-कूलर, गमले आदि को सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाएं।
-गड्ढों में जहां पानी इकट्ठा हो, उसे मिट्टी से भर दें।

Posted By: Inextlive