-पिछले साल नवंबर में मथुरा से आगरा सेंट्रल जेल भेजे गए थे

-एक कैदी की मथुरा, एक की आगरा में हो गई थी मृत्यु

आगरा। सेंट्रल जेल में बंद भरतपुर के राजा मान सिंह हत्याकांड में सजायाफ्ता नौ पुलिसकर्मियों को जयपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया। इन सभी को नवंबर,2020 में मथुरा से आगरा सेंट्रल जेल स्थानांतरित किया गया था। मथुरा जिला जज ने 11 आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इनमें पूर्व पुलिस उपाधीक्षक कान सिंह भाटी की मथुरा जेल व रवि शेखर की 29 अप्रैल, 2021 की आगरा में इलाज के दौरान मौत हो गई।

भरतपुर के डीग इलाके में 21 फरवरी, 1985 में विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार राजा मान सिंह और उनके दो सहयोगी हरि सिंह और सुमेर सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ में मार दिया था। तीनों पर राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री के हेलीकाप्टर में टक्कर मारने का आरोप था। मामले में राजा मान सिंह की पुत्री कृष्णेंद्र कौर दीपा ने मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस उपाधीक्षक कान सिंह भाटी, समेत 18 पुलिसकर्मियों को नामजद किया था। हत्याकांड में सीबीआइ ने सभी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। उच्चतम न्यायालय ने मान सिंह के दामाद और शिकायतकर्ता विजय सिंह की याचिका पर 1989 में मुकदमे की सुनवाई जयपुर की विशेष अदालत से मथुरा स्थानांतरित कर दी थी। पिछले साल जुलाई में मथुरा की अदालत ने सभी 11 आरोपित पुलिसकर्मियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। कोर्ट के निर्णय के बाद कान सिंह की मथुरा में ही मृत्यु हो गई, जबकि सजायाफ्ता 10 अन्य पुलिसकर्मी रवि शेखर जगमोहन, वीरेंद्र, पदमाराम, भंवर सिंह, हरि सिंह, शेर सिंह, छतर सिंह, जीवनराम और सुखराम को आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया था। जेलर एसपी मिश्रा ने बताया सजायाफ्ता सभी नौ पुलिसकर्मियों को सेंट्रल जेल जयपुर स्थानांतरित किया गया है।

बंदियों के परिजनों के प्रार्थन पत्र पर हुआ स्थानांतरण

सजायाफ्ता बंदियों का ट्रांसफर आफ प्रिजनर्स एक्ट के तहत जयपुर सेंट्रल जेल में हुआ। एक्ट के तहत सजायाफ्ता बंदी को उसके प्रदेश में स्थानांतरित करने की व्यवस्था है। इसी एक्ट के तहत सजायाफ्ता पु़लिसकर्मियों के स्वजन ने चार महीने पहले केंद्रीय कारागार प्रशासन को प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें उन्होंने पुलिसकर्मियों को जयपुर सेंट्रल जेल स्थानांतरित करने की मांग की थी। उनका प्रार्थना पत्र कारागार मुख्यालय भेजा गया था। इसे राजस्थान राज्य सरकार को भेजा गया। वहां की सरकार की सहमति के बाद बंदियों को जयपुर स्थानांतरित कर दिया गया।

Posted By: Inextlive