-एसएन। जिला और लेडी लायल सहित नौ सरकारी और आठ प्राइवेट अस्पताल हैं शामिल

- कई और निजी अस्पतालों ने प्लांट लगाने का दिया है प्रस्ताव

आगरा। कोविड की दूसरी लहर में अप्रैल के अंतिम सप्ताह से लेकर मई के दूसरे सप्ताह तक आक्सीजन की कमी रही। आक्सीजन के लिए मारपीट तक की नौबत आ गई। उसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सबक लिया है। पहले चरण में एसएन मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल, लेडी लायल सहित नौ सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों, आठ प्राइवेट अस्पतालों 100 से 600 लीटर प्रति मिनट एलपीएम तक के आक्सीजन प्लांट लगवा लिए हैं। कई और निजी अस्पतालों ने आक्सीजन प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया है। डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि शहर में 14 अस्पतालों में लिक्विड आक्सीजन टैंक हैं। जिले में अप्रैल के अंतिम सप्ताह से लेकर मई के दूसरे सप्ताह तक आक्सीजन की कमी रही थी।

इन अस्पतालों में लगे आक्सीजन प्लांट

अस्पताल का नाम, आक्सीजन प्लांट की क्षमता, बेड की संख्या

- जिला अस्पताल, 500 एलपीएम, 118

- लेडी लायल अस्पताल, 500 एलपीएम, 145

- एसएन इमरजेंसी, 960 एलपीएम, 765

- एसएन मेडिकल कालेज, एक हजार एलपीएम, 200

- मानसिक स्वास्थ्य संस्थान, 100 एलपीएम, 100

- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरौली अहीर, 330 एलपीएम, 30

- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैंया, 100 एलपीएम, 30

- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खंदौली, 100 एलपीएम, 30

- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगनेर, 150 एलपीएम, 40

- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाह, 100 एलपीएम, 40

निजी अस्पताल

- ब्लासम अस्पताल, 260 एलपीएम, 45

- पुष्पांजलि अस्पताल, 570 एलपीएम, 195

- रेनबो अस्पताल, 500 और 200 एलपीएम, 110

- प्रभा अस्पताल, 250 और 100 एलपीएम, 60

- श्री कृष्णा अस्पताल, 150 एलपीएम, 100

- डा। कमलेश टंडन अस्पताल, 500 एलपीएम, 100

- सरकार अस्पताल, 100 एलपीएम, 50

- पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर अस्पताल, 500 एलपीएम, 100

- एडवांस गैस प्लांट की क्षमता दस टन प्रतिदिन की है। हर दिन 953 सिलेंडर भरे जा सकते हैं.- अग्रवाल गैस प्लांट की क्षमता 15 टन प्रतिदिन की है। हर दिन 1440 सिलेंडर भरे जा सकते हैं।

Posted By: Inextlive