चुनाव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस क्रिमिनल्स को पाबंद कर रही है वहीं साढ़े चार सौ पर गुंडा एक्ट और सौ पर जिलाबदर की कार्रवाई की गई है. वहीं आगरा एसटीएफ यूनिट द्वारा एलआईयू के सहयोग से तीन दर्जन से अधिक बांग्लादेशी को ट्रैस किया है.

आगरा। असमाजिकतत्वों और बाहरी लोगों पर निगरानी रखने और क्रिमिनल्स को ट्रैस करने के लिए एसटीएफ आगरा यूनिट और एलआईयू एक्टिव हैं, पिछले दिनों ठगी के मामले में पकड़े बांग्लादेशी युवकों से पूछताछ के बाद अहम सुराग के बाद टीम ने बांग्लादेशी लोगों को ट्रैस किया है, जो भारत मेंं गैर कानूनी तरीके से प्रवेश कर चुके हैं। ऐसे लोगों को एसटीएफ ने सर्वलांस की मदद से ट्रैस कर लिया है।

हर एक मूवमेंट पर एसटीएफ की नजर
आगरा में टै्र्रस किए गए बांग्लादेशी के हर एक मूवमेंट पर पुलिस टीम की नजर है। पूछताछ पर सामने आया है कि अधिकतर लोग कबाड़ से जुड़े कारोबार को कर रहे हैं, टीम के पास इसकी पूरी डिटेल है कि वर्तमान में उनको कौन संरक्षण दे रहा है, किस के मकान में रह रहे हैं, टीम को इन सभी के खिलाफ ठोस साक्ष्य मिलने की उम्मीद है, इसको ध्यान में रखते हुए सर्विलांस की मदद ली जा रही है।

पूर्व में पकड़े बांग्लादेशियों से मिले साक्ष्य
आगरा में सदर क्षेत्र से छह जनवरी को पकड़ा गया सुनील भी बांग्लादेश का रहने वाला निकला। हाल में पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्थित सियालदाह रेलवे स्टेशन के पीछे रह रहा था। उनके पास से 10 रियाल के नोट मिले थे। एक नोट 50 रियाल का होता है। इस तरह से उनके पास 500 रियाल थे। इसके अलावा रियाल के कलर प्रिंट करके निकाले गए 62 नकली नोट, दो मोबाइल और 160 रुपये बरामद किए थे। पूछताछ में उनके पास से अहम सुराग हाथ लगे, इसके आधार पर अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने वालों को ट्रैस किया गया।

सदर में धोखाधड़ी का केस दर्ज
पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ थाना सदर में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करना, चार विदेशी मुद्रा अधिनियम 1973, 14 विदेशी अधिनियम 1946 सहित अन्य धारा में मुकदमा दर्ज कराया है।

इस तरह तैयार कराया था फर्जी आधार कार्ड
एसटीएफ के अनुसार आरोपी मामून शेख उर्फ मोहम्मद अली और सुनील को तीन महीने पहले भारत की सीमा में शुकंतु नामक व्यक्ति ने अवैध तरीके से प्रवेश कराया था। इसके बाद आगरा में महिला के संरक्षण में कबाड़ उठाने का कार्य शुरू किया, इसके बाद लोगों से ठगी के लिए ट्रेंड किया गया।

एसटीएफ की पकड़ से दूर महिला
आगरा में सक्रिय महिला बांग्लादेश आने वाले लोगों को जीवन, यापन करने और स्थानीय स्तर पर रहने के तौर तरीके भी सिखाती थी, पकड़े गए शातिरों से पूछताछ के यमुनापार में रहने वाली एक महिला से पूछताछ की गई, ये महिला एक दशक पहले अवैध रूप से भारत आई थी, इसके बाद एक युवक से विवाह कर लिया। इस महिला से भी पूछताछ की, टीम को यकीन था कि यही महिला संरक्षण देती है, लेकिन गहन पूछताछ के बाद एक और महिला का नाम सामने आया है। ये महिला अभी भी टीम की पकड़ से दूर है।

शहर और ग्रामीण इलाकों की सीमा पर बसेरा
एसटीएफ आगरा यूनिट द्वारा सिकंदरा क्षेत्र के अंतर्गत ग्रामीण इलाके से 35 बांग्लादेशियों को ट्रैस किया है, वहीं यमुनापार के इलाके से भी कई ऐसे लोगों को ट्रैस किया गया है, जो बिना पहचान पत्र के रह रहे हैं, और गैर कानूनी तरीके से भारत में प्रवेश करने के बाद आगरा में जीवन यापन कर रहे हैं।


वर्जन
आगरा से पकड़े गए बांग्लादेशियों से पूछताछ के बाद अहम साक्ष्य मिले, इसके आधार पर अभी 35 से अधिक लोगों को ट्रैस किया गया है, जो बिना पहचान पत्र के आगरा में हैं, उनसे जुड़े लोगों की भी डिटेल्स एलआइयू के सहयोग से ली जा रही है।
-हुकुम सिंह, प्रभारी आगरा यूनिट एसटीएफ

Posted By: Inextlive