शहर की सड़कों पर दौड़ रहीं हाई सिक्योरिटी इलेक्ट्रिक बसों में सफर करना खतरनाक साबित हो रहा है. छह दिन में जेबकटी की छह घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इससे आशंका है कि बस में सफर करने वाले पैसेंजर्स को शिकार बनाने वाला कोई गैंग सक्रिय है.

Agra। दयालबाग में रहने वाली छात्रा शनिवार को नालबंद स्थित कोचिंग सेंटर से घर लौट रही थी। बस में सवार छात्रा का रास्ते में पर्स पार कर दिया। पीडि़ता ने इसकी जानकारी तत्काल बस संचालक को दी, लेकिन उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। इसके बाद छात्रा घर चली गई। बस में 600 रुपए और एक मोबाइल फोन के साथ आवश्यक सामान रखा था।

किस्तों पर खरीदा था मोबाइल
कमलानगर में रहने वाली छात्रा रविवार को कैंट स्टेशन से बस में सवार हुई थी। रास्ते में किसी अज्ञात व्यक्ति ने पर्स में रखा उसका मोबाइल फोन पार कर दिया। छात्रा ने भगवान टॉकीज उतरकर थाने पर चोरी की जानकारी दी, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। छात्रा ने बताया कि उसने यह मोबाइल कि स्तों पर खरीदा था।

बुजुर्ग का थैला किया पार
सिकंदरा स्थित केके नगर में रहने वाले हरनाम सिंह टेलीफॉन एक्सचेंज से घर लौट रहे थे। उनके पास एक छोटा थैला था, जिसमें मोबाइल फोन समेत अन्य आवश्यक दस्तावेज थे। उन्होंने बताया कि बस मेें सवार एक महिला द्वारा बीमारी का बहाना बनाया गया था। इसी दौरान थैले में रखा उनका मोबाइल फोन किसी ने पार कर दिया। उन्होंने बस में लगे सीसीटीवी चेक करने की बात कही, लेकिन कैमरे खराब होने की बात कही गई।

रामबाग से शातिरों ने किया पर्स साफ
समाजसेवी महिला संजय प्लेस स्थित कार्यालय से रामबाग, टेढ़ी बगिया जा रहीं थीं। रास्ते में शातिरों ने उनका पर्स छीन लिया। महिला के आवाज लगाने पर लोगों ने उसका पीछा करने की कोशिश की। लेकिन शातिर भाग खड़े हुए।

बस में बैठी महिला का बैग चोरी
सेवला सदर से बिजली घर के लिए सवार हुई महिला ने बैग सीट के नीचे रख दिया था। बिजलीघर उतरने के बाद जब महिला ने बैग चेक किया तो गायब था। लोगों ने बस मेें लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक किया, लेकिन कैमरे खराब होने के चलते निराश होना पड़ा।

बस में सवार छात्र का पर्स चोरी
प्रतापपुरा से बस में सवार छात्र घटिया आजम खां की ओर जा रहा था। रास्ते में किसी व्यक्ति ने उसका पर्स चोरी कर लिया। छात्र को हरीपर्वत पहुंचने पर घटना की जानकारी हुई। इस पर बस में सवार कंडक्टर ने सवारियों को चेक किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। बस में सवार एक संदिग्ध को देखा गया था, शिकायत नहीं मिलने पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

बसों में इनएक्टिव सीसीटीवी कैमरे
शहर में दौड़ रहीं हाई सिक्योरिटी बसों में सुरक्षा के लिहाज से पांच कैमरे लगाए गए थे। जिसमें दो पीछे और दो आगे, एक मिडिल में लगाया गया है। जिससे यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा जा सके, लेकिन बसों में खराब कैमरों के चलते शातिर जेबकटों के हौसले बुलंद हैं।

अधिक सवारी भी वारदात का कारण
हाई सिक्योरिटी इलेक्ट्रिक बसों में सवारियों की संख्या 40 है। अधिक सवारी होने पर टिकट नहीं दिया जाता है। भीड़ का लाभ उठाकर शातिर चोर भी बस में सवार हो जाते हैं और मौका देखकर हाथ साफ कर देते हैं। बताया गया है कि बसों में बैठने वाली एक्स्ट्रा सवारियों द्वारा दिए पैसे का हिसाब भी नहीं दिया जाता है। वारदात होने पर थाने में पीडि़त से टिकट मांगा जाता है, नहीं होने पर पुलिस कार्रवाई से इंकार कर देती है।

चोरी की वारदात पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस टीम को एक्टिव किया गया है, कंप्लेन आने पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
विकास कुमार, एसपी सिटी

बस मेें कैमरे खराब है, ऐसा कोई मामला जानकारी में नहीं आया है। हो सकता है किसी में कोई तकनीकी खामी रही हो। स्थानीय स्तर पर उसको दुरुस्त कर दिया जाता है। जेबकटी की वारदातों पर अंकुश व कार्रवाई के लिए पत्र के माध्यम से पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
आरके सिंह, एआरएम, फाउंड्री नगर डिपो

Posted By: Inextlive