- ईदगाह बस स्टैंड से पकड़ा

- रेलवे कर्मचारी है आरोपी

आगरा। इस साल मई में आयोजित हुई कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) का पेपर आउट कराने वाले गिरोह में शामिल एक और आरोपी को एसटीएफ ने ईदगाह बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी आगरा से फरार होने के चक्कर में था। हाथरस के कलोरा गांव का रहने वाला मुकेश रेलवे कर्मचारी है और पेपर सॉल्व करने वाले गैंग में शामिल था।

करोड़ों कमाने के लालच में किया काम

मंगलवार को गिरफ्तार हुआ आरोपी मुकेश रेलवे में 2009 में ट्रैफिक अप्रेंटिस के पद पर भर्ती हुआ था। इस समय वह आगरा कैंट स्टेशन पर खंड नियंत्रक के रूप में तैनात है। मुकेश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वर्ष 2014 में उसकी मुलाकात मथुरा के अड़ीग निवासी निरंजन से हुई थी। वह लोगों को सरकारी नौकरी में भर्ती कराता था। निरंजन ने उसकी मुलाकात बाराबंकी के थाना हैदरगढ़ के खरसतिया गांव निवासी उत्तम मिश्रा से कराई। उत्तम ने उसे गिरोह में शामिल होकर करोड़ों कमाने का लालच दिया। वह उसके साथ हो गया। सीओ हरीपर्वत श्लोक कुमार ने बताया कि आरोपी मुकेश को जेल भेज दिया गया है। सरगना उत्तम मिश्रा की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

व्हाट्स एप पर लीक हुआ था पेपर

इस साल 14 मई को एसएससी की मल्टी टास्किंग नॉन टेक्निकल ग्रेड की की परीक्षा से कुछ देर पहले ही विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को पेपर आउट होने की जानकारी मिली। जिसके बाद उसने दयालबाग क्षेत्र से एटा के मिरहची निवासी लोकेंद्र सिंह को हिरासत में ले लिया था। उसके मोबाइल की जांच की तो व्हाट्सएप पर एसएससी का पेपर था। उससे पता चला कि मोबाइल उसके एटा कोतवाली के गिरौर निवासी साले पुष्पेंद्र का है, जो कि परीक्षा देने गया है। एसटीएफ ने पुष्पेंद्र को भी परीक्षा देकर लौटते समय गिरफ्तार कर लिया था। पुष्पेंद्र ने बताया था कि उसके जीजा लोकेंद्र ने मुकेश से पेपर आउट कराने का सौदा पांच लाख रुपये में तय किया था।

Posted By: Inextlive