आगरा। किसानों की समस्याओं के संबंध में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मिलने जा रहे किसानों को पुलिस ने रोक दिया। उन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया। उपमुख्यमंत्री के जाने के बाद ही उनके घर से पुलिस का पहरा हटा। इससे गुस्साए किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

घर से बाहर नहीं निकलने दिया

रोहता निवासी किसान नेता श्याम सिंह चाहर अपने साथियों के साथ बुधवार सुबह लगभग नौ बजे सर्किट हाउस जाने की तैयारी में थे, तभी पुलिसकर्मी उनके घर पर पहुंच गए। उन्हें न तो दूसरे किसानों से मिलने दिया और न ही घर से बाहर निकलने दिया। श्याम सिंह चाहर का कहना है कि प्रशासन नहीं चाहता कि किसानों के साथ जो धोखा हुआ है, वह सरकार तक पहुंचे। इसी लिए उन्हें उपमुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि इनर¨रग रोड जमीन अधिग्रहण में एडीए और प्रशासन के तत्कालीन अधिकारियों ने करोड़ों का घोटाला किया। अपने करीबियों को सस्ती दर पर जमीन दिलवाकर सरकार से मोटा मुआवजा वसूला। कई बार शिकायत के बाद इसकी जांच हुई। इसमें कई अधिकारी और कर्मचारी दोषी भी पाए गए। इसके बाद भी उन पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही। इसी शिकायत के संबंध में उपमुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे। इधर, गेहूं खरीद केंद्रों की अनियमितताओं के संबंध में उपमुख्यमंत्री से मिलने जा रहे चौधरी रामवीर सिंह व सौरभ चौधरी को भी पुलिस ने घर में नजरबंद कर दिया। दूसरे किसानों को जब इसकी जानकारी हुई तो वे चौधरी रामवीर सिंह के घर पहुंच गए और यहीं पर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सत्यवीर चौधरी, धर्मवीर चौधरी, सुरेश चाहर, विश्वेंद्र सिंह, हरवीर सिंह आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive